CG की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी में ज़ोरदार हंगामा : रविवि में ऑनलाइन एग्जाम की मांग को लेकर….हजारों छात्र विश्वविद्यालय में डटे……5 घंटे तक चला हजारों स्टूडेंट्स का प्रदर्शन, मंत्री पटेल ने मांगों को लेकर दिया भरोसा…....

CG की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी में ज़ोरदार हंगामा : रविवि में ऑनलाइन एग्जाम की मांग को लेकर….हजारों छात्र विश्वविद्यालय में डटे……5 घंटे तक चला हजारों स्टूडेंट्स का प्रदर्शन, मंत्री पटेल ने मांगों को लेकर दिया भरोसा…....

 

 

डेस्क :- छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में मंगलवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। यूनिवर्सिटी में पहुंचे हजारों स्टूडेंट ऑनलाइन परीक्षा की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि जब पढ़ाई ऑनलाइन तरीके से हुई है तो एग्जाम भी वैसे ही होनी चाहिए।

 

 

 

 

लगभग 5 घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद शाम के वक्त स्टूडेंट्स से उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल से मिले। शिक्षा मंत्री ने संकेत दिए हैं कि वो ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रबंधन से बता करेंगे और छात्रों की मांग पूरी करने की दिशा में प्रयास करेंगे।

 

 

हालांकि इससे पहले कई बार स्टूडेंट्स ऑनलाइन एग्जाम की मांग लेकर मुलाकातें कर चुके हैं। मगर अब तक बात नहीं बनी इसलिए अब मंगलवार को प्रदेश के लगभग हर जिले से स्टूडेंट यहां पहुंचे और कैंपस का घेराव कर दिया गया। सबसे पहले स्टूडेंट यूनिवर्सिटी के गेट के अंदर दाखिल हुए तो आनन-फानन में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को खबर दी। प्रदर्शनकारी छात्रों को यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर ही रोक दिया गया था। यूनिवर्सिटी पहुंचे स्टूडेंटस नारा लगाते रहे कुलपति छांव में, हमारा भविष्य दांव में।

 

 

 

ऑनलाइन परीक्षा की मांग इस वजह से

 

छात्रों की इस आंदोलन की अगुवाई NSUI कर रहा है। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, प्रदेश की सभी विश्वविद्यालय जिनमें दुर्ग, बस्तर, बिलासपुर की यूनिवर्सिटी शामिल हैं यह ऑनलाइन एग्जाम ले रही हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल की वजह से छात्रों की भीड़ जमा ना हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। रविवि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ऑफलाइन एग्जाम लिए जाने पर अड़ा है। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि ऑनलाइन परीक्षा ली जाए।

 

 

 

यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट प्रशांत ने बताया कि पिछले 2 महीनों में 6 महीनों की पढ़ाई पूरी करवा दी गई। कोर्स ऑनलाइन तरीके से पूरा करवा दिया गया और अब 15 सितंबर से परीक्षाएं ली जानी है। प्रदेश के 2 लाख के अधिक छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में हिस्सा लेंगे।



 

ऑनलाइन कम्यूनिकेशन की वजह से कई स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई ठीक तरह से पूरी नहीं कर पाए हैं। ऐसे में अचानक उन पर ऑफलाइन एग्जाम का बोझ डालना सही नहीं है। ऑफलाइन एग्जाम में 3 घंटे के भीतर सभी प्रश्नों के जवाब देने होते हैं, जबकि ऑनलाइन परीक्षा लिए जाने पर वक्त अधिक मिलता है।