नर्सिंग होम एक्ट के नियमों को दरकिनार कर खुल रहा हॉस्पिटल.....नियमों का पालन कराने वाले सरकारी अधिकारियों को ही बनाया अपना पार्टनर....जिला प्रशासन बेखबर....इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन ?
Hospitals are being opened bypassing the rules of Nursing Home Act. Made the government officials who follow the rules their partner, District administration oblivious, Who is responsible for this negligence? शहर के रायपुर रोड में 19 मई को अपूर्ण तैयारी के साथ आरंभ हो रहे श्री राम हॉस्पिटल में नर्सिंग होम एक्ट को दरकिनार कर घोर लापरवाही बरती जा रही है वहीं आस्पताल प्रबंधक ने सुरक्षा के लिए जिम्मेदार मेडिकल अफसरों को भी अपने स्टाफ का सदस्य बना लिया व जिला प्रशासन की कर्रवाई से बचने का प्रयास किया जा रहा है।




Hospitals are being opened bypassing the rules of Nursing Home Act. Made the government officials who follow the rules their partner, District administration oblivious, Who is responsible for this negligence?
मरीजों की जान से होने जा रहा हैं खिलवाड़,नर्सिंग होम एक्ट को जिम्मदारों ने बना दिया मजाक
बलौदाबाजार - शहर के रायपुर रोड में 19 मई को अपूर्ण तैयारी के साथ आरंभ हो रहे श्री राम हॉस्पिटल में नर्सिंग होम एक्ट को दरकिनार कर घोर लापरवाही बरती जा रही है वहीं आस्पताल प्रबंधक ने सुरक्षा के लिए जिम्मेदार मेडिकल अफसरों को भी अपने स्टाफ का सदस्य बना लिया व जिला प्रशासन की कर्रवाई से बचने का प्रयास किया जा रहा है।
गैरतलब है कि श्री राम हॉस्पिटल अभी तक पोस्ट ऑफिस के पीछे छोटे स्तर पर संचालित हो रहा था जिसे रायपुर रोड में संचालित करने के लिए 19 मई को नए बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा रहा है। अस्पताल परिसर में नर्सिंग होम एक्ट के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। बिल्डिंग अपूर्ण, फायर एंड सेफ्टी सेटअप अपूर्ण, तकनीकी स्टाफ अपूर्ण, रेसिडेंशियल डॉक्टर नहीं, नए भवन की अनुमति तक नहीं है।
मजे की बात यह है कि जिन अफसरों पर इन नियमों के पालन कराने की जिम्मेदारी उसे अस्पताल प्रबंधक ने अपना पार्टनर बना लिया है व शासन को ठेंगा दिखाते हुए घोर अनिमितता बरती जा रही। मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खेलने की पूरी तैयारी की जा रही है। ऐसे ने सवाल ये उठता है कि अस्पताल में अगर इस बीच मरीजों के साथ किसी भी प्रकार की अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
क्या कहते है जिम्मदार?
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस बारें ने मुझे जानकारी नही है मैं आपको पता करके बताता हूं।
एमपी महिश्वर, सीएचएमओ
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वही मेडिकल ऑफिसर राकेश प्रेमी ने बताया कि पिछले पांच साल से मैंने शासन से नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) के लिये मांग की है लेकिन शासन के तरफ से अभी तक स्वीकृति नही आने पर निजी अस्पताल में प्रैक्टिस करने को विवश हूं। इसलिए श्री राम अस्पताल के आमंत्रण पत्र में मेरा नाम लिखा गया है। मैंने अपने ड्यूटी के बाद के समय के लिए निजी अस्पताल में प्रैक्टिस करने का निर्णय लिया है।
डॉ राकेश प्रेमी, नोडल अधिकारी नर्सिंग होम एक्ट, बलौदाबाजार