CM विष्णु देव साय के गृह जिले में उत्सव का माहौल: खाने-पीने को लेकर कोई विशेष रुचि नहीं मुख्यमंत्री को, संघर्षों में बीता जीवन, खेती-बाड़ी में रुचि, जड़ी-बूटियों का है ज्ञान......

Festive atmosphere in CM Vishnu Dev Sai home district, Chief Minister has no special interest in food and drink, life spent in struggles, interest in farming, knowledge of herbs

CM विष्णु देव साय के गृह जिले में उत्सव का माहौल: खाने-पीने को लेकर कोई विशेष रुचि नहीं मुख्यमंत्री को, संघर्षों में बीता जीवन, खेती-बाड़ी में रुचि, जड़ी-बूटियों का है ज्ञान......
CM विष्णु देव साय के गृह जिले में उत्सव का माहौल: खाने-पीने को लेकर कोई विशेष रुचि नहीं मुख्यमंत्री को, संघर्षों में बीता जीवन, खेती-बाड़ी में रुचि, जड़ी-बूटियों का है ज्ञान......

रायपुर। विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा के बाद से ही पूरे जशपुर जिले मे उत्सव का माहौल है। गांव-गांव में गीत, नृत्य और आतिशबाजी कर लोग अपनी खुशियों का इजहार कर रहे है। विष्णु देव साय के गृह ग्राम बगिया में बधाई देने वालों का ताता लगा हुआ है। जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगाँव, बगीचा, फरसाबहार सहित जिले भर के ग्रामीण अंचल से लोग जशपुर के माटी पुत्र विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनने की खुशियाँ मना रहे हैं। सुबह से लेकर रात तक, लोक गीतों की धुन मे नृत्य का दौर चल रहा है। उत्साहित महिला और पुरुष संगीत की धुन मे नृत्य मे जुटे हुए हैं।

संघर्षों में बीता विष्णु देव साय का जीवन

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को जनसंघ की विरासत अपने दादा स्वर्गीय बुधनाथ साय से मिली। उनके दादा स्वतंत्रता के पश्चात सन् 1947 से 1952 तक तत्कालीन सीपी एंड बरार विधानसभा में मनोनीत विधायक भी रहे। श्री साय का परिवार शुरू से ही जनसंघ से जुड़ा रहा। उनके बड़े पिताजी स्वर्गीय नरहरि प्रसाद साय वर्ष 1977-79 तक जनता पार्टी सरकार में संचार राज्य मंत्री रहे। 

 जिला मुख्यालय जशपुर से 57 किलोमीटर दूर छोटे से आदिवासी बहुल गांव बगिया के निवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय किसान परिवार से आते हैं। बगिया की प्राथमिक शाला में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने कुनकुरी के लोयोला मिशनरी स्कूल में एडमिशन लिया। कॉलेज की पढ़ाई के लिए वह अंबिकापुर गए। जब वह प्रथम वर्ष में थे, तभी उनके पिता रामप्रसाद साय का निधन हो गया। घर परिवार की जिम्मेदारी निभाने के लिए वह पढ़ाई छोड़कर गांव वापस आ गए। बगिया में मैनी नदी के तट पर साय परिवार का आवास है। विष्णु देव साय मंत्री, सांसद, विधायक रहे लेकिन वह अपने पैतृक गांव को नहीं छोड़ा। अपने दो भाईयों को पढ़ाकर-लिखाकर उन्होंने काबिल बनाया। उनके एक भाई जयप्रकाश साय भारत हैवी इलेक्ट्रिकल में इंजीनियर हैं। एक भाई ओमप्रकाश साय सरपंच थे। अभी चार माह पूर्व ही उनका असामयिक निधन हुआ। 

 

श्री साय की मां जसमनी देवी ने कहा मेरे बेटे बाबू (विष्णु देव का निकनेम) ने सबसे पहले परिवार की सेवा की, फिर गांव की सेवा की, विधायक, सांसद, मंत्री रहकर क्षेत्र की सेवा की, अब मुख्यमंत्री बनकर राज्य की सेवा करेगा। भावुक होकर उन्होंने कहा कि आज ओमप्रकाश रहता, तो यह खुशी दोगुनी हो जाती। 

 

विष्णु देव साय पढ़ाई के लिए किए गए अपने संघर्ष को अक्सर याद करते हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में स्कूलों के विकास पर सदैव ध्यान दिया। अपने गांव में जिस सरकारी स्कूल में उन्होंने प्राइमरी की पढ़ाई की थी वह अब हाईस्कूल बन गया है। 

 

खेती-बाड़ी में रुचि रखते हैं सीएम-

 

 मुख्यमंत्री विष्णु देव साय खेती किसानी में बहुत रुचि रखते हैं। नदी के तट पर अपने घर में वह सब्जियां उगाते हैं। कोरोना काल में वह गांव में सब्जी उगाते रहे और अन्य किसानों को भी प्रेरित करते रहे। उन्होंने मैनी नदी पर पुल बनवाया। नदी की रेत में खीरा, ककड़ी, मूंगफली आदि की खेती के लिए गांव के किसानों को प्रेरित किया। उनके प्रयासों से गांव में कृषि के क्षेत्र में उन्नति हुई है। 

 

जड़ी-बूटियों का है ज्ञान-

 

 मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जंगली जड़ी-बूटियों के अच्छे जानकार हैं। वह पथरी की अचूक दवा देते हैं। उनके कई लाभार्थी उनकी दवा की प्रशंसा करते हैं। श्री साय ने जनजाति समाज के विकास के लिए काम किया। कंवरधाम के विकास का श्रेय उन्हें दिया जाता है। जनजाति समाज के आयोजनों में उनकी धर्मपत्नी कौशल्या अग्रणी भूमिका में रहती हैं। श्री साय की दो पुत्रियों में से बड़ी बेटी निवृत्ति की शादी धमतरी में हुई है। दूसरी पुत्री स्मृति अभी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। उनके पुत्र तोशेंद्र ने पत्रकारिता व लिट्रेचर की पढ़ाई की है और वर्तमान में रायपुर में फिटनेस इंस्ट्रक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं।

 

खाने पीने को लेकर भी कोई विशेष रुचि नहीं, जो मिल गया उसे ही रुचि से खा लेते हैं

 

नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णु देव साय चार भाइयों में सबसे बड़े हैं। उनका स्वभाव बेहद विनम्र, मिलनसार और सादगी पूर्ण रहा है। बचपन में भी उनकी बाल अवस्था बिल्कुल ऐसी ही था। तब भी वह उतने ही शांत स्वभाव और अच्छे व्यवहार के थे। घर में खाने पर जो मिल जाए, उसे उतने ही चाव से खा लेते थे, खाने पीने को लेकर भी कभी कोई विशेष रुचि नहीं थी।

 

      प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के ग्राम बगिया स्थित आवास पर उनकी माता जसमनी देवी ने बताया कि विष्णु देव साय का स्वभाव बचपन से ही बेहद विनम्र था। हायर सेकेंडरी की पढ़ाई के बाद ही उनकी रुचि राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करने की ओर ऐसा मुडी की फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। गांव के पंच और फिर सरपंच से उन्होंने क्षेत्र के जन प्रतिनिधित्व करने की शुरुआत की। उन्होंने अपना दायरा बढ़ाते हुए पहले विधायक फिर संसद फिर केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रहते हुए क्षेत्र और लोगों की समस्याओं के निराकरण का जो बीड़ा उठाया उसको लेकर घर में हमेशा लोगों का मेला लगा रहता था।

 

चार भाइयों में सबसे बड़े विष्णुदेव साय

 

प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की माताश्री बताती हैं कि उनके चार बेटों में सबसे बड़े विष्णु देव साय उसके बाद विनोद कुमार साय, ओम प्रकाश साय और जयप्रकाश साय हैं। इनमें से विनोद कुमार साय रायपुर में बिजली विभाग में अधिकारी है। जयप्रकाश मुंबई में भेल में नौकरी करते हैं। जसमनी देवी ने बताया कि उनके एक बेटे ओमप्रकाश साय का पिछले वर्ष ही देहांत हो गया और उनकी धर्म पत्नी अब हमारे बगिया पंचायत की सरपंच है। बचपन से क्षेत्र और लोगों की समस्या को आसान करने का काम किया। अब छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेंगे। 

 

जशपुर जिले के छोटे से गांव बगिया में किसान परिवार में जन्मे विष्णु देव साय को अब, पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री के रूप में मिलने पर अब उन्हें कैसा महसूस हो रहा है और वह इस क्षेत्र में किस तरह का विकास होता देखना चाहेंगे। इस पर मुख्यमंत्री की माताश्री ने कहा कि उनके घर में जमाने से दीन दुखियों और अपनी समस्या से परेशान लोगों की हमेशा एक भीड़ सी रही है अब उनका बेटा मुख्यमंत्री है तो वह और व्यापक रूप में क्षेत्र और प्रदेश की जनता की समस्याओं का निराकरण करने व्यापक स्तर में काम करेंगे। इसको लेकर एक आनंद की अनुभूति है अब उनका बेटा छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करेगा। इससे अच्छा और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा की क्षेत्र में बिजली, शिक्षा, सड़कों और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर और अच्छा काम हो ऐसी उन्हें उम्मीद है।