भारत पर मंडरा रहा कोरोना की चौथी लहर का खतरा?.... चीन में Deltacron वैरिएंट के बढ़ते केस से भारत सरकार अलर्ट.... एक्शन में स्वास्थ्य मंत्रालय.... स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुलाई आपात बैठक.... बैठक में लिये गए कई बड़े फैसले....
Fears of fourth wave of Corona deepen Health Ministry convenes emergency meeting gave order




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Corona Fourth Wave: चीन के वुहान शहर में साल 2019 में मिला कोरोना एक बार फिर खौफ पैदा कर रहा है। कोरोना को लेकर एक बार देश में चिंता के बादल मंडराने लगे हैं। दक्षिण पूर्व एशिया के कई हिस्सों कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं। कोरोना के बढ़ते खतरे और देश में चौथी लहर की आशंका के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ी बैठक बुलाई है। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर यह बैठक बुलाई थी। चीन में कोरोना के मामले एक बार फिर चरम पर हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुलाई गई यह बैठक डेढ़ घंटे तक चली। इसमें तय किया गया कि कोरोना को लेकर और ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा जिनोम सीक्वेंसिंग पर जोर दिया जाएगा। साथ ही कोरोना टेस्ट को भी गंभीरता से लेने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित अधिकारियों से कहा गया है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए। वैरिएंट को BA-2 का भी नाम दिया गया है। WHO की चेतावी में कहा गया है कि ये सब-वैरिएंट मूल वैरिएंट से अलग है। जिसे हल्के में लेना भूल साबित हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union health Minister Mansukh Mandaviya ) ने चीन में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसरों के साथ बुधवार शाम एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। मंत्री ने संक्रमण की निगरानी और इसके कारण होने वाले प्रकार पर नजर रखने को कहा है। उन्होंने डेल्टाक्रॉन (Delta+Cron) (डेल्टा और ओमिक्रॉन) वैरिएंट की रिपोर्टों की निगरानी रखने के लिए कहा है जो अन्य देशों में भी लोगों को संक्रमित कर रहा है। अफसरों के साथ बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इंटरनेशनल ट्रेवल पॉइंट्स यानी हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर एक बार फिर से जांच और निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया है।
वहीं, भारत में कोरोना संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने को भी कहा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कि क्या देश में एक नए वैरिएंट यानी डेल्टाक्रॉन की उत्पत्ति हुई है या नहीं? चीन और यूरोप के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टाक्रॉन के मामले डराने लगे हैं। चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2 के कारण मामले रहे हैं। हालांकि, एक्सपर्ट भारत में BA.2 से नई लहर आने की बात की आशंका कम जता रहे हैं। बैठक में तय किया गया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के लेकर और ज्यादा सतर्कता बढ़ाई जाएगी। इसके साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा जिनोम सीक्वेंसिंग पर भी जोर रहेगा। साथ ही साथ टेस्टिंग भी बढ़ाई जाएगी।