Early Retirement Planning: 40 की उम्र में रिटायर होने का FIRE फॉर्मूला, जाने आपके लिए कितना है ये कारगर?

Early Retirement Planning: FIRE Formula to Retire at 40, Know how effective it is for you? Early Retirement Planning: 40 की उम्र में रिटायर होने का FIRE फॉर्मूला, जाने आपके लिए कितना है ये कारगर?

Early Retirement Planning: 40 की उम्र में रिटायर होने का FIRE फॉर्मूला, जाने आपके लिए कितना है ये कारगर?
Early Retirement Planning: 40 की उम्र में रिटायर होने का FIRE फॉर्मूला, जाने आपके लिए कितना है ये कारगर?

Early Retirement Planning: 

 

आजकल एक नया रूझान देखने को मिल रहा है, 40 से पहले रिटायरमेंट लेने का. कुछ लोग 60-65 वर्ष की उम्र तक काम करने की बजाय 40 वर्ष की उम्र से पहले ही रिटायरमेंट लेने की योजना पर काम कर रहे हैं. इतनी जल्द रिटायरमेंट लेने के बाद वे अपनी बाकी की जिंदगी कहीं घूमने-फिरने जैसे अपने शौक को पूरा करने में करते हैं. हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आर्थिक तौर पर पूरी तैयारी पहले ही कर ली जाए. इसके लिए फायर (FIRE) मेथड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. फायर मतलब फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस, रिटायर अर्ली. आइए जानते हैं कि यह फॉर्मूला कैसे काम करता है और आपके लिए यह रणनीति कैसे सफल साबित हो सकती है. (Retirement Planning)

कैसे काम करता है FIRE मेथड

इस मेथड के तहत सालाना खर्च का 25 गुना बचाने का लक्ष्य रखा जाता है. इसका मतलब है कि अगर आपको रिटायरमेंट के पहले वर्ष में 10 लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी तो आपको 25 गुना यानी 2.5 करोड़ रुपये का रिटायरमेंट फंड बनाना होगा. फायर के मुख्य रूप से तीन अप्रोच हैं- पहला तो बिना अपने मौजूदा लिविंग स्टैंडर्ड को बदले रिटायर होना जिसमें एग्रेसिव तरीके से बचत और रणनीति बनाकर निवेश किया जाता है. दूसरा अप्रोच रिटायरमेंट प्लानिंग के अपने लाइफस्टाल को कम से कम खर्चीला बनाना. वहीं तीसरा अप्रोच दोनों अप्रोच के बीच का है यानी कि इसमें रिटायरमेंट में मिनिमम से थोड़ा अधिक बेहतर लाइफस्टाइल को मेनटेन रखा जाता है और इसके लिए बचत और पार्टटाइम वर्क जैसे विकल्प की स्ट्रैटेजी अपनाई जाती है. (Retirement Planning)

कैसे बनाएं रणनीति

फायर मेथड के तहत 40 वर्ष की उम्र से पहले ही रिटायरमेंट के लिए कुछ स्ट्रैटेजी अपनाई जाती है.

  • इसके तहत पहला स्टेप तो अपनी मासिक आय का 50-70 फीसदी बचत करने का है. 50-70 फीसदी बचत करने से मौजूदा खर्च प्रभावित हो सकते हैं जिसकी भरपाई पार्ट टाईम वर्क, सैलरी हाईक, साइड बिजनेस या जॉब चेंज करके किया जा सकता है.
  • फायर मेथड के तहत दूसरा स्टेप अपने खर्चों में कटौती करना है. जैसे कि सेकंड हैंड गाड़ियों को खरीदकर पैसे बचा सकते हैं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से रोज आने-जाने का खर्च बचा सकते हैं. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल न करें. बाहर खाना खाने से बचें. इस प्रकार से आप अपने खर्च में कटौती कर सकते हैं. इसके अलावा एफडी, डिविडेंड देने वाले शेयरों में निवेश इत्यादि से पैसिव इनकम का जरिया बनाया जा सकता है.
  • तीसरा स्टेप निवेश से जुड़ा है. इसके तहत ऐसे विकल्पों में निवेश से है, जहां अधिक से अधिक रिटर्न हासिल किया जा सके. चूंकि बचत खाता में कम दर पर ब्याज मिलता है तो इसे फायर मेथड में नहीं इस्तेमाल किया जाता है. इसके लो कम लागत वाले इंडेक्स फंड या ईटीएफ में पैसे लगा सकते हैं. (Retirement Planning)