दिल्ली दौर और आप के नेताओं के साथ सिंहदेव की मुलाकात!, क्या छत्तीसगढ़ में आप की कामना संभालेंगे सिंहदेव?

दिल्ली दौर और आप के नेताओं के साथ सिंहदेव की मुलाकात!, क्या छत्तीसगढ़ में आप की कामना संभालेंगे सिंहदेव?
दिल्ली दौर और आप के नेताओं के साथ सिंहदेव की मुलाकात!, क्या छत्तीसगढ़ में आप की कामना संभालेंगे सिंहदेव?

रायपुर। केबिनेट मंत्री सिंहदेव के विभागीय समीक्षा बैठकों और विभिन्न जिलों के दौरे के दौरान भले की एसपी कलेक्टर नदारद हों लेकिन आप का प्रेजेंटेशन पूरे जोरो पर हैं। आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिनिधि मंडल लगातार बाबा से मिल रहे हैं। कुछ दिनों पहले आम आदमी के सुप्रीमो से बाबा की दिल्ली में मुलाकात की बातें भी सामने आई थी।

इधर मुख्यमंत्री बनने की ख्वाइश लिए बाबा में तमाम वो तरीके प्रयोग किये लेकिन सफल नहीं हो सके, तो क्या AAP बाबा की नैया पार लगा पाएगी?

यह सवाल इसलिए उठना लाजमी है कि मुख्यमंत्री बनने बाबा ने दिल्ली की लंबी दौड़ लगाई थी। वो सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस के तमाम बड़े लीडरों से मुलाकात की ढाई साल के कथित वादे याद दिलाए लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता के सामने उनका कोई भी दाव नहीं टिका।

280 दिनों में 135 दिन बाहर रहे सिंहदेव

इस दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री 280 दिनों में 135 दिनों तक प्रदेश से बाहर रहे जिसमें 83 दिन उनका दिल्ली में बिता। हाल ही में व्हाट्सएप पर विभाग चलाने के नाम पर चर्चाएं भी उठी थी।

मुख्यमंत्री सरगुजा में तो सिंहदेव उड़े बस्तर

हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेशभर के दौरे पर हैं। ब्लॉकवार जाकर लोगों से भेंट मुलाकात कर रहे हैं जिसकी शुरुआत सरगुजा संभाग से हुई जो टीएस सिंहदेव का गृह क्षेत्र हैं। इसके इतर बाबा ने सरगुजा छोड़कर अपना अलग ही दौरा प्लान कर लिया और बस्तर संभाग के दौरे पर चले गए। सरकारी हेलीकॉप्टर न होने पर वे प्राइवेट हेलीकॉप्टर से दौरा कर रहे थे।

अपनो ने ही छोड़ा साथ, अब क्या होगी आगे की रणनीति

सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक टीएस सिंहदेव कुछ विधायकों के भी संपर्क में रहे जो लंबे समय से उनके साथ चल रहे हैं। लेकिन 'आप का हाथ' सुनकर वे लोग भी पीछे हटने लगे। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि भूपेश बघेल में कमी नहीं खोजी जा सकती और असंतोष जैसी कोई बात पूरे 3 सालों में नहीं रही जिसके कारण सिंहदेव के चहेते विधायक भी उनके फैसले से खुद को अलग रखते आ रहे हैं जिसके चलते सिंहदेव भी असमंजस की स्थिति में हैं।

 हाल ही में बस्तर संभाग में प्रेस को संबोधित करते हुए सिंहदेव ने परिवर्तन का फिर शिगूफा छोड़ा था लेकिन लगातार हो रहे असफल प्रयासों से इसे भी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा देखना यह है कि बाबा आप का दामन थामते हैं या अपनी आकांक्षाओं को समिति करते हैं।

 

दिल्ली दौर के वक़्त हुई केजरीवाल से मुलाकात - सूत्र

इसके साथ ही सूत्रों ने ये भी बताया है कि अपने दिल्ली दौरे के वक़्त छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच लंबी बात चीत चली हैं।