भीलवाड़ा के चन्दवानी बने राजस्थान सिन्धी आईडल 2023 के फाइनलिस्ट

भीलवाड़ा के चन्दवानी बने राजस्थान सिन्धी आईडल 2023 के फाइनलिस्ट
भीलवाड़ा के चन्दवानी बने राजस्थान सिन्धी आईडल 2023 के फाइनलिस्ट

भीलवाड़ा/उदयपुर। शहर के सिंधु महल जवाहर नगर भवन में आयोजित राजस्थान सिन्धी आईडल प्रतियोगिता में राजस्थान के विभिन्न जिलों से फाईनल राउण्ड में अजमेर, जयपुर, कोटा, उदयपुर व जोधपुर के 48 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें एक से एक सिंधी गीत, सुफी कलाम आदि प्रस्तुत किए गए। सर्वप्रथम कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत और राजस्थान सिंधी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष हरीश राजानी एवं उदयपुर सिन्धी समाज के कई पदाधिकारियों ने भगवान झुलेलाल की मूर्ति के समक्ष पूजा-अर्चना व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सिन्धी फिल्मों के निर्देशक नरेश उधानी ने घोषणा की कि उनकी आगामी फिल्मों में सिंधी आईडल के विजेताओं को गाने का अवसर प्रदान किया जायेगा। सीनियर एवं जूनियर ग्रुप के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को नकद राशि, सर्टिफिकेट एवं सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। राजस्थान भर के प्रतिभागियों के लिये रहने खाने पीने की और यात्रा भत्ते की व्यवस्था राजस्थान सिंधी संगत की ओर से की गई । प्रतिभागियों के साथ-साथ उनके परिवारजनों ने भी सिन्धीयत को बढ़ावा देने के लिये इस कार्यक्रम में आने की रूचि ली, विजेताओं में जुनियर ग्रुप में प्रथम स्थान पर कोटा के गुलशन मखीजा, द्वितीय स्थान पर भीलवाड़ा के हर्षल चन्दवानी, तृतीय स्थान पर जयपुर की रूचिका चंदानी रही। इसी प्रकार ग्रुप सीनियर में प्रथम स्थान पर अजमेर के ओमी बाबानी, द्वितीय स्थान पर भीलवाड़ा के आशीष चन्दवानी एवं तृतीय स्थान पर कोटा के कुणाल गोकलानी रहे। समस्त प्रतिभागियों को राजस्थान सिन्धी संगत की ओर से प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये। कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में 4 जजों की नियुक्ति की गई थी, जिनमें संयोजिका अनिता शिवनानी एवं अन्य मुस्कान कोटवानी, दुर्गेश चंदवानी व हेमन्त भागवानी थे।भीलवाड़ा से सिन्धी सेन्ट्रल पंचायत के अध्यक्ष रमेश सबनानी, पण्डित चन्दन पुरषोत्तम शर्मा, सिंधुपति युवा सेवा संस्कार समिति के अध्यक्ष दीपू सभनानी, अहमदाबाद के नरेश उधानी, अजमेर के मंगाराम भिरयानी, कोटा के राज ठाकुर अतिथि थे, सभी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की संयोजिका अनिता शिवनानी ने सिन्धियत को बढ़ावा व प्रतिभागियों को जीत का मंत्र देते हुए कहा- सबसे बड़ा होता है खुद पर विश्वास कभी ना कभी सभी का दिन आता है, अभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीन अभी सारा आसमान बाकी है इसीलिये सभी मेहनत करते रहें एवं अपने सपनों को साकार करके दिखायें। उदयपुर सिन्धी समाज के 51 सदस्यों की टीम ने कार्यक्रम का संचालन कर इसे सफल बनाया।