CG कांग्रेस विधायक की बढ़ सकती है मुसीबत : डिप्टी कलेक्टर को मां की गाली देने वाले विधायक अब बुरे फंसे…..DC ने कमिश्नर को लिखा पत्र, कहा- बृहस्पत सिंह ने मुझे मां की गाली दी...’मुझे FIR दर्ज कराने की अनुमति दी जाये’……..




रायपुर 20 अगस्त 2021। डिप्टी कलेक्टर से गाली-गलौज मामले में विधायक बृहस्पति सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है। ऑडियो में खुद की आवाज से इनकार और डिप्टी कलेक्टर को ही खुद के खिलाफ साजिश का भागीदार बताने वाले विधायक के बयान के बाद अब डिप्टी कलेक्टर प्रफुल्ल रजक ने कमिश्नर को पत्र लिखकर FIR कराने की अनुमति मांगी है।
दो पेज अपने अपने पत्र में विधायक के व्यवहार और गालियों से आहत बताया है। उन्होने पत्र में लिखा है कि लोक सेवक के रूप में उन्होंने कलेक्टर के निर्देश का पालन किया, जिसे लेकर उन्हें गालियां दी गयी।
पत्र में डिप्टी कलेक्टर प्रफुल्ल रजक ने अपने पत्र में लिखा है कि एक प्रशासनिक पद पर रहते हुए लोक सेवा करने के एवज में मुझे अपमानित किया गया, इस मानसिक पीड़ा से मैं असहज महसूस कर रहा हूं।
पढ़िये पूरा मामला
डिप्टी कलेक्टर के साथ गाली गलौज मामले में विधायक बृहस्पति सिंह का बयान सामने आया है। विधायक बृहस्पति ने इसे साजिश बताते हुए आडियो को फर्जी करार दिया है। मीडिया से बातचीत में विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि जो आडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, उसमें वो नहीं है। उस आडियो से उनका कोई लेना देना नहीं है, लेकिन विरोध उन्हें फंसाने के लिए इस तरह से वायरल कर रहे हैं। विधायक ने डिप्टी कलेक्टर को भी उसी साजिश का हिस्सा करार दिया है।
बृहस्पति सिंह बोले ……
“मेरा वायरल आडियो से कोई लेना-देना नहीं है, मेरे घोर विरोधी रास्ट्रीय स्तर के नेता है जो कट्टर विरोधी दल के है। हमारे दल के भी कुछ बड़े नेता है, मेरी स्थिति 32 दांत के बीच एक जीभ की जैसी है, लोगों को ये नहीं पच पा रहा है कि आदिवासी का बच्चा विधायक बनने के बाद जनता के बीच सुर्खियों में क्यो बना रहता है। मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है, आने वाले दिनों में मेरा वीडियो लाने की भी साजिश हो रही है, जिस अधिकारी ने आरोप लगाए है वो भी इस षड्यंत्र में शामिल है, उसे रायपुर से क्यों लाया गया है, हमारी सरकार है, जो आधिकारी काम नहीं कर रहे है, उसे हटा सकते है, मैं किसी भी अधिकरी से गाली गलौज क्यों करूँगा, मेरे खिलाफ हो रही साजिश की शिकायत हाइकमान से करूँगा”
आपको बता दें कि सोशल मीडिया में विधायक बृहस्पति सिंह का एक कथित वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो डिप्टी कलेक्टर के साथ गाली गलौज कर रहे हैं।
पढ़िए पूरा मामला
कांग्रेस के रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह एक बार फिर विवादों में हैं। विधायक बृहस्पत सिंह ने अपने जिले के एक डिप्टी कलेक्टर के साथ फोन पर अश्लील गाली-गलौज की है। जूते मारने की बात भी कही है। डिप्टी कलेक्टर ने इसकी शिकायत कलेक्टर और एसडीएम से की है। कथित वायरल ऑडियो में विधायक अपील अवधि में जमीन पट्टे को जारी करने पर डिप्टी कलेक्टर को जमकर गाली दे रहे हैं।
डिप्टी कलेक्टर सफाई दे रहा है कि स्टे नहीं होने की वजह से उन्होंने पट्टा जारी किया है। लेकिन विधायक उनकी एक भी न सुनते हुए मां की गाली बक रहे हैं।विधायक ने डिप्टी कलेक्टर प्रफुल्ल कुमार रजक को मछली पालन के लिए पट्टा वितरण के एक मामले में बातचीत के लिए कॉल किया। विधायक बृहस्पति सिंह ने कॉल तब किया, जब डिप्टी कलेक्टर रजक दफ्तर से लौटने के बाद उपचार कराने फीजियोथेरेपी सेंटर पहुंचे थे।
नयाभारत को मिली जानकारी के अनुसार डिप्टी कलेक्टर ने माननीय का कॉल उठाया, कुछ देर बातें की, लेकिन बातों ही बातों में विधायक बृहस्पति सिंह गाली-गलौज करने लगे।
इस बार विधायक के बोल इतने बिगड़ गए कि उन्होंने बलरामपुर के डिप्टी कलक्टर प्रफुल्ल कुमार रजक को मां-बहन की गालियां देते हुए जूता मारने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि बड़ा डिप्टी कलक्टर बन रहा है।
इसका Audio सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले की शिकायत डिप्टी कलक्टर ने कलक्टर व एसडीएम से करते हुए प्रक्रियाओं के तहत कार्रवाई की मांग की है।
डिप्टी कलेक्टर –कलेक्टर साहब का आदेश उसमें आया था महोदय जी…
विधायक- अरे यार, उसमें फैसला कलेक्टर के कोर्ट ने दिया
डिप्टी कलेक्टर- जी कलेक्टर कोर्ट ने दिया है।
विधायक- आप डिप्टी कलेक्टर हो… तो सारी धाराओं को पढ़कर आया होगा ना
डिप्टी कलेक्टर – जी
विधायक- किसी भी फैसले के बाद, सीधे फांसी हैंग करने का होता है क्या ? अपील टाइप का अवधि होता है।
डिप्टी कलेक्टर – जी
विधायक – अपील अवधि खत्म हो गयी थी ?…
डिप्टी कलेक्टर- खत्म तो नहीं हुई थी, लेकिन स्टे आर्डर भी तो नहीं था
विधायक- … तो कैसे जारी कर दिये बेवकूफ
डिप्टी कलेक्टर – स्टे आर्डर भी तो नहीं था सर
विधायक – जब वो कमिश्नर के लिए वो स्टे के लिये गया है, अपील अवधि उसके पास सुरक्षित है, फिर उसके पहले पट्टा जारी कर दिया।
डिप्टी कलेक्टर – अच्छा
विधायक – कैसे जारी कर दिया वो, अरे बकलंठ सुन….भोसी##… डिप्टी कलेक्टर बना है…मादर###…मारेंगे जूता ठीक हो जायेगा मादर###
डिप्टी कलेक्टर- आप गाली मत दीजिये.. गाली मत दीजिये…
मामला दलको झील में मछली पालन के आवंटन पट्टा से जुड़ा है। कलेक्टर कोर्ट के निर्देश के बाद डिप्टी कलेक्टर ने 10 साल के लिए गंगा मछुआ समिति को पट्टा आवंटित किये जाने का आदेश दिया गया। नयाभारत को मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में 2019 से विवाद चल रहा था। विरोधी पक्ष की दावेदारी से बीच जब पूर्व के तर्ज पर गंगा मछुआ सहकारी समिति के लिए मछलीपालन का आवंटन पट्टा जारी किया गया तो नाराज विधायक बृहस्पति सिंह ने डिप्टी कलेक्टर को फोन लगाकर गाली-गलौज शुरू कर दी।
बता दें कि बृहस्पत सिंह बीते एक महीने से चर्चा में बने हुए हैं। करीबन तीन हफ्ते पहले उनके काफिले पर सरगुजा क्षेत्र में हमला हुआ था। जिस कार में खुद विधायक बैठे हुए थे। उसे रोककर चंद युवकों ने जमकर तोड़फोड़ करने के साथ मारपीट का भी प्रयास किया था। नयाभारत को मिली जानकारी के अनुसार घटना के लिए विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले ने सत्ताधारी दल के भीतर ही विवाद पैदा हो गया था।
संगठन की ओर से बृहस्पत सिंह को नोटिस जारी किया गया था। वहीं आरोप से आहत मंत्री टीएस सिंहदेव विधानसभा की कार्रवाई में भी हिस्सा नहीं लिया था। ऐसे में छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने सिंहदेव और बृहस्पत सिंह से चर्चा की थी। बृहस्पत सिंह ने अपने बयान पर माफी मांगने के बाद सिंहदेव विधानसभा की कार्रवाई में शामिल हुए थे। बता दे यह वायरल ऑडियो है। जो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।