CG- BSC की छात्रा ने की आत्महत्या: हॉस्टल में BSC की छात्रा ने दवा का ओवरडोज लेकर दे दी जान,जाँच में जुटी पुलिस…
दुर्ग जिला में बीएससी सेकेंड ईयर की छात्रा ने हाॅस्टल में दवा का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा हैं कि छात्रा का उसके दोस्त से ब्रेकअप के बाद उसके द्वारा ऐसा कदम उठाये जाने की बात कही जा रही हैं। वहीं इस मामले में पुलिस और हॉस्टल अधीक्षक का कहना है कि लड़की की मौत दवा का अधिक डोज लेने से हुई है। दूसरी तरफ मृत छात्रा की मां के ने हाॅस्टल प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए न्याय की मांग की है। CG- BSC student commits suicide: BSC student commits suicide in hostel by taking overdose of medicine




CG- BSC student commits suicide
दुर्ग 3 अप्रैल 2023। दुर्ग जिला में बीएससी सेकेंड ईयर की छात्रा ने हाॅस्टल में दवा का ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा हैं कि छात्रा का उसके दोस्त से ब्रेकअप के बाद उसके द्वारा ऐसा कदम उठाये जाने की बात कही जा रही हैं। वहीं इस मामले में पुलिस और हॉस्टल अधीक्षक का कहना है कि लड़की की मौत दवा का अधिक डोज लेने से हुई है। दूसरी तरफ मृत छात्रा की मां के ने हाॅस्टल प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए न्याय की मांग की है।
पूरा घटनाक्रम दुर्ग जिला के पद्मनाभपुर पुलिस थाना क्षेत्र का हैं। जानकारी के मुताबिक उनके पास आदिवासी छात्रावास से रविवार सुबह 9 बजे के लगभग फोन आया था, कि केमलता मंडावी नामक छात्रा ने कुछ खा लिया हैं, और उसके मुंह से झाग निकल रहा हैं। पीड़ित छात्रा को डाॅयल 112 की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई के बाद शव पीएम के लिए भेज दिया। डॉक्टरों ने बताया कि लड़की ने दवा का अधिक डोज खा लिया और काफी देर तक किसी को कुछ भी नहीं बताया। इससे उसकी तबीयत बिगड़ गयी और उसकी मौत हुई। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम पर मामला दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
मामले में अधीक्षक निशा बांधे और मृतिका की मां गिरजा बाई से बयान ले लिया गया हैं। हॉस्टल में रह रहे बच्चों से भी पूछताछ की जा रही है। केमलता की मां गिरजा बाई ने हॉस्टल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी को जिला प्रशासन की निगरानी में हॉस्टल में पढ़ने के लिए भेजा था। वहां अधीक्षक से लेकर कई स्टाफ रहते है। उन्हें बच्चियों की जिम्मेदारी सौंपते हैं, लेकिन यहां लापरवाही हुई है। गिरजा बाई ने पुलिस प्रशासन पर भी कई आरोप लगाए हैं। वहीं पुलिस की जांच में ये बात सामने आयी हैं कि केमलता की मां मितानिन है। वो जब भी घर जाती थी, तो बुखार और अन्य बीमारी की दवाएं लेकर आती थी। उन्हीं दवाओं को अधिक मात्रा में खाने से उसकी मौत हुई है।
वहीं केमलता की मां गिरजा बाई का कहना है कि जो दवा उसकी बेटी ने खाई है वो सरकारी सप्लाई नहीं होती न ही उसके पास से वो ले गई थी। उसकी बेटी की मौत को दूसरा रूप देने की कोशिश की जा रही है। केमलता के साथ हॉस्टल के कमरे में रहने वाली छात्राओं ने पुलिस को बताया कि वो किसी लड़के से अक्सर बात किया करती थी। उसी से दोस्ती टूटने के चलते उसने ऐसा किया है। वहीं केमलता की मां ने सभी आरोप को गलत बता रही हैं। पुलिस की पूछताछ में हॉस्टल में नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर तैनात अधीक्षक निशा बांधे ने बताया कि रविवार सुबह 5 बजे उनके पास कुछ छात्रांए आईं।
उन्होंने बताया कि केमलता ने कुछ खा लिया है। उसके मुंह से झाग निकल रहा है। इतना सुनने के बाद वो तुरंत कमरे में गईं। वहां पता चला कि लड़की ने मलेरिया से संबंधित 10 गोलियां एक साथ खा ली है। इसके तुरंत बाद उन्होंने 112 में फोन किया और उसके बाद एंबुलेंस से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने तुरंत इमरजेंसी में उसका उपचार शुरू किया, लेकिन एक घंटे बाद ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर घटना के कारणों को हर एंगल में जांच कर रही हैं। पुलिस का कहना हैं कि इस मामले में लड़की को आत्महत्या के लिए यदि उकसाने का मामला सामने आता हैं, तो आरोपी के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।