Business Idea: एक बार कर शुरू करें ये जिंदगी भार चलने वाला बिसनेस, होगी बंपर कमाई, सालभर रहती है डिमांड...

Business Idea: Start this life-saving business once, you will get bumper income, demand remains throughout the year... Business Idea: एक बार कर शुरू करें ये जिंदगी भार चलने वाला बिसनेस, होगी बंपर कमाई, सालभर रहती है डिमांड...

Business Idea: एक बार कर शुरू करें ये जिंदगी भार चलने वाला बिसनेस, होगी बंपर कमाई, सालभर रहती है डिमांड...
Business Idea: एक बार कर शुरू करें ये जिंदगी भार चलने वाला बिसनेस, होगी बंपर कमाई, सालभर रहती है डिमांड...

Business Idea in Hindi :

 

नया भारत डेस्क : आज हम आपको बंपर कमाई वाला एक बिजनेस आइडिया बता रहे हैं। सबसे बड़ी बात इसमें आपको बहुत ज्यादा मेहनत भी करने की जरूरत नहीं है। ये तो सभी जानते हैं आजकल कृषि आधारित व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है। अगर देखा जाए, तो कृषि और उससे संबंधित व्यवसाय में ज्यादा अवसर मिलते भी हैं। इससे अधिक से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक बार यह फसल तैयार हो जाती है तो कई सालों तो आप कमाई कर सकते हैं। (Business Idea in Hindi)

जी हां हम बात कर रहे हैं डीजल की खेती की। अब आप सोच रहे होंगे डीजल की भी कोई खेती होती है, तो बता दें कि हां जी ये डीजल की ही खेती है। ऐसे तो इस पौधे का नाम जेट्रोफा (Jatropha) या रतनजोत है, लेकिन आम बोलचाल की भाषा में लोग इसे डीजल का पौधा भी कहते हैं क्योकि इस पौधे पौधे के बीजों से जो तेल निकाला जाता है उसे बायोडीजल कहते हैं। इसलिए इसे डीजल की खेती कहा जाता है। (Business Idea in Hindi)

क्या है डीजल के पौधे या जेट्रोफा (रतनजोत) की खेती ?

आज पूरी दुनिया डीजल के पौधे या जेट्रोफा (रतनजोत) पेट्रोल-डीजल का विकल्प बनकर उभर रहा है। इसी से बायोडीजल बनता है। इन पौधों से किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है। वहीं पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से भारत समेत पूरी दुनिया में इसकी मांग बढ़ रही है। इससे प्राप्त बीजों से 25 से 30 फीसदी तक तेल निकाला जाता है जो बायोडीजल कहलाता है। सरकार भी इसकी खेती में किसानों की मदद कर रही है। (Business Idea in Hindi)

कैसे करें डीजल की खेती :

जेट्रोफा के पौधे को कहीं पर भी उगाया जा सकता है। फिर चाहे वह बंजर जमीन ही क्यों न हो? बाजार में इसके बीज भी आराम से मिल जाते हैं तो इसके लिए भी किसानों को कोई टेंशन नहीं होती है। न ज्यादा खेत की जुताई न ज्यादा सिंचाई के लिए पानी की जरूरत होती है। बस 4 से 6 महीने की देखभाल की जरूरत होती है। एक बार जब पौधा तैयार हो जाता है तो वह सालों तक बीज देता है। ऐसे में इसकी खेती किसी भी किसान के लिए घाटे का सौदा नहीं है। (Business Idea in Hindi)

डीजल की खेती (जेट्रोफा ) के लिए मिट्टी एवं जलवायु :

जेट्रोफा की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु की जरूरत पड़ती है। इसके साथ ही इसकी खेती के लिए आपको ऐसे खेत की जरूरत पड़ेगी जहां पानी की निकासी ठीक – ठाक हो। यानी ये पौधा शुष्क क्षेत्रों में खूब होता है। डीजल (जेट्रोफा ) के पौधे को सीधे खेत में नहीं लगाया जाता है, सबसे पहले इसकी नर्सरी लगाई जाती है फिर इसके पौधों को खेत में लगाया जाता है। यानि धान की तरह इसकी रोपाई करते हैं। इसकी खेती के साथ सबसे अच्छी बात ये होती है कि एक बार इसे खेत में लगा दिया जाए तो 50 साल तक आराम से फसल हासिल कर सकते हैं। (Business Idea in Hindi)

एक बार लगाएं 50 साल तक कमाएं :

जेट्रोफा के पौधे (jatropha plants) को एक बार लगाने के बाद यह 50 साल तक फल देता है। इसे बार-बार लगाने की आवश्यकता नहीं होती है। वहीं इसे देखभाल की बहुत कम आवश्यकता होती है। खास बात ये हैं कि इसे जानवर भी नहीं खाते हैं। इसकी फसल को जानवरों से होने वाले नुकसान का भी डर नहीं है। इसके अलावा इसमें कीट आदि भी नहीं लगते हैं। ऐसे में बहुत ही कम खर्च और देखभाल में इसकी खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। (Business Idea in Hindi)

वर्षा ऋतु आरंभ होने के पहले ही इसके फल पक जाते हैं। यह ज्यादा ऊंचाई पर भी नहीं होते इसलिए इन्हें तोड़ना काफी आसान होता है। खास बात ये है कि यह किसी भी फसल से प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं, जबकि यह तो अन्य फसलों की पैदावार बढ़ाने में सहायता करते हैं। (Business Idea in Hindi)

जानिए कैसे निकलता है जेट्रोफा से डीजल :

जेट्रोफा एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। इस पौधे से निकलने वाले बीजों में से 25 से 30 फीसदी तक तेल निकाला जा सकता है, यानि एक किलो बीज से 250 से 300 ग्राम तेल निकालता है जिसे बायोडीजल कहा जाता है। इस तेल के उपयोग से डीजल वाहन जैसे कार आदि वाहन चलाये जा सकते हैं। वहीं इसके बचे हुए अवशेष से बिजली पैदा की जा सकती है। यह सदाबहार झाड़ी है। वर्तमान में इसकी खेती उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान के कुछ इलाकों में होती है। (Business Idea in Hindi)

कैसे मिलता है जेट्रोफा के बीजों से डीजल?

जेट्रोफा के पौधों से डीजल के बनने की प्रक्रिया बेहद सरल है। सबसे पहले जेट्रोफा के पौधे के बीजों को फलों से अलग करना होता है। इसके बाद बीजों को अच्छी तरह से साफ किया जाता है। फिर इन्हें एक मशीन में डाला जाता है। जहां से इसका तेल निकलता है। ये प्रक्रिया बिल्कुल वैसी ही होती है जैसे सरसों से तेल निकालने की प्रक्रिया होती है। (Business Idea in Hindi)

बायोडीजल की मांग में आई तेजी :

डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों की वजह से भारत समेत पूरी दुनिया में इसकी मांग बढ़ी है। भारत सरकार भी इसकी खेती में किसानों की मदद कर रही है। एक हैक्टेयर जमीन पर औसत 8 से 10 क्विंटल बीज उत्पादन होता है। सरकार 12 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बीज खरीदती है। वहीं बाजार में यह 1800 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल बिकता है। अगर इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं तो पारंपरिक फसलों के मुकाबले बंपर कमाई कर सकते हैं। (Business Idea in Hindi)