जलभराव की समस्या से निपटने की नहीं है कोई भी तैयारी : सुशील मौर्य




जलभराव की समस्या से निपटने की नहीं है कोई भी तैयारी : सुशील मौर्य
केवल नाम की डबल इंजन की सरकार,इंजन तो है ही नहीं संचालक दिल्ली में बैठे,मुख्यमंत्री कठपुतली बस्तर को रेल सेवा से फिर रखा गया वंचित - सुशील मौर्य
52 साल तक नही हुआ तिरंगा का सम्मान,पुरखों की प्रयाश्चित करने बीजेपी कर रही तिरंगा यात्रा
जगदलपुर : आज संभाग मुख्यालय राजीव भवन में बस्तर जिला कॉंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुशील मौर्य ने प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को सम्बोधित किया.. इस पत्रकारवार्ता में पूर्व विधायक रेखचन्द जैन, निगम अध्यक्ष कविता साहू,वरिष्ठ कॉंग्रेसी सतपाल शर्मा,रामशंकर राव,राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान, युंका अध्यक्ष अजय बिसाई, पार्षदगण व कार्यकर्ता मौजूद रहे...
शहर कॉंग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा,शहर में बरसात के दौरान होने वाले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए निगम प्रशासन व निगम के जिम्मेदारों द्वारा कोई भी पर्याप्त तैयारी नहीं की गई है।निगम प्रशासन व शहर की महापौर को शहरवासियों की समस्या दूर करने से ज्यादा आगामी नगरीय निकाय चुनाव पर है।एक से डेढ़ घंटे की बारिश में शहर जलमग्न हो जाता है और महापौर मीडिया पर बयान देती है कि जगदलपुर में आपदा जैसी बरसात हुई थी.. समस्या का निदान करना छोड़ महापौर सिर्फ फोटो खिंचवाने वार्डो में पँहुच जाती है..काग्रेस के कार्यकाल में मानसून के समय जलभराव की समस्या से निपटने के लिए मानसून पूर्व ही बैठक होती थी। समीक्षा बैठक तथा बारिश से एक सप्ताह पहले रिव्यू कमेटी की बैठक होती थी ताकि किसी भी प्रकार की कोई कमी न रह जाएं। लेकिन अब सरकार इस तरह की बैठक नहीं करती है।सिर्फ जनता के साथ छल करने का कार्य कर रही हैं...
सुशील मौर्य ने छत्तीसगढ़ की साय सरकार को नाम की डबल इंजन की सरकार करार देते हुए इंजन तो है ही नहीं संचालक दिल्ली में बैठे हैं कहा और मुख्यमंत्री कठपुतली के रूप में काम कर रहे हैं कहा,सुशील ने कहा बस्तर के सांसद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं भाजपा के स्वयंभू नेता बस्तर में रेल विस्तार कर पाने में पूरी तरह विफल रहे और तो और विगत वर्षों में जो रेल आंदोलन बस्तर में खड़े हुए उन्हें भी कुचलने का कार्य भाजपा के नेताओं ने किया कुल मिलाकर बस्तरवासियों को निराशा ही हाथ लगी है।
जगतु महार और धरमू महार बस्तर की आन बान और शान भूपेश सरकार ने बस्तर हाई स्कूल को जगतू महारा और महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज को धरमू महारा के नाम से किया था सुशोभित,भाजपाइयों ने किया महार समाज एवं जगतू महारा और धरमू महारा का अपमान करते हुए इन दोनों संस्थाओं से जगतु महारा एवं धरमू महार महारा के नाम का बोर्ड हटाकर समाज एवं बस्तर वासियों के साथ कुठाराघात किया है जो की घोर आपत्तिजनक है कांग्रेस पार्टी मांग करती है की पुनः इन दोनों शासकीय संस्थाओं का नाम कांग्रेस सरकार में घोषित नामों पर रखा जाए।
सुशील मौर्य ने तिरंगा यात्रा को लेकर कहा भाजपा की तिरंगा यात्रा अपने पुरखो की प्रयाश्चित के लिए कर रही है,भाजपा अध्यक्ष किरण देव द्वारा भाजपा की तिरंगा अभियान को राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बताये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये सुशील मौर्य ने कहा कि तिरंगा पूरे देश के लिये गर्व का प्रतीक है। लेकिन भाजपा को तिरंगा अभियान केवल राजनैतिक नौटंकी है। भाजपा विधायक किरण देव बताये आजादी के बाद 52 सालों तक संघ के मुख्यालय नागपुर में तिरंगा क्यों नहीं फहराया गया था? आजादी के बाद दशको तक भाजपा के पितृ संगठन आरएसएस ने क्यों राष्ट्रध्वज को स्वीकार नहीं किया था?
भाजपा अध्यक्ष अपने राजनैतिक कार्यक्रम के आधार पर कांग्रेस को नसीहत देने के बजाय आत्म अवलोकन करें कि उनके पूर्वजों ने क्यों तिरंगे को अपमानित किया था। ने कहा कि देश की आन-बान-शान का प्रतीक रहे तिरंगा को भाजपा ने पितृ पुरुष गोलवलकर ने देश के लिये अपशगुन बताया था। तिरंगे के प्रति सम्मान का आडंबर कर रही भाजपा के आदर्श गोलवलकर ने अपनी पुस्तक बंच ऑफ थॉट्स में तिरंगा को राष्ट्रीय ध्वज मानने से ही मना कर दिया था। इस पुस्तक में उन्होंने लोकतंत्र और समाजवाद को गलत बताते हुए संविधान को एक जहरीला बीज बताया था।