भारत का चुनाव आयोग अब उन लोगों के लिए रिमोट वोटिंग की संभावना पर विचार कर रहा है जो नौकरी या काम की तलाश में चले गए हैं.

The Election Commission of India

भारत का चुनाव आयोग अब उन लोगों के लिए रिमोट वोटिंग की संभावना पर विचार कर रहा है जो नौकरी या काम की तलाश में चले गए हैं.
भारत का चुनाव आयोग अब उन लोगों के लिए रिमोट वोटिंग की संभावना पर विचार कर रहा है जो नौकरी या काम की तलाश में चले गए हैं.

NBL, 08/06/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. The Election Commission of India is now considering the possibility of remote voting for those who have moved in search of jobs or jobs.

नई दिल्ली, 8 जून। भारत निर्वाचन आयोग अब नौकरी या काम की तलाश में दूर चले गए लोगों को लिए रिमोट वोटिंग की संभावना पर विचार कर रहा है। इसके लिए शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाने की योजना है, पढ़े विस्तार से... 

इसकी संभावना को तलाशने के लिए निर्वाचन आयोग ने एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। मंगलवार को चुनाव आयोग ने इस बारे में जानकारी दी है।

चुनाव आयोग कर रहा अध्ययन
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक अधिकारी ने बताया मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने 50 किलोमीटर से अधिक पैदल चलकर उत्तराखंड के चमोली जिले के दुमक गांव और कलगोथ गांव में दूरस्थ मतदान केंद्र का दौरा किया। इस दौरान यह पाया गया कि दुमक और कलगोठ जैसे गांवों में 20 से 25 प्रतिशत पंजीकृत मतदाता अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अपना वोट नहीं डाल पाते हैं क्योंकि इन्हें अपनी नौकरी या शैक्षणिक गतिविधियों के चलते अपने गांव या राज्य से बाहर जाना पड़ता है।

आयोग के बयान में कहा गया कि "रिपोर्ट मिलने के बाद राजनीतिक दलों सहित सभी हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श शुरू किया जाएगा।"

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर होगा शुरू
बयान के मुताबिक आयोग रिमोट वोटिंग की संभावना पर विचार कर रहा है और लोगों को अपने कार्यस्थल से मतदान की अनुमति दे रहा है। आयोन ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर आजमाने का फैसला किया है। बहुत सारे मतदाता शिक्षा, रोजगार या अन्य वजहों से अपने पंजीकरण के स्थान से शहरों और अन्य स्थानों पर पलायन करते हैं।

ऐसे में उनके लिए वोट डालने के लिए पंजीकरण वाले केंद्र पर लौटना मुश्किल होता है। आयोग ने पाया कि यह वक्त है जब रिमोट वोटिंग की संभावनाओं का पता लगाया जाए। बयान में कहा गया है कि प्रवासी वोटर्स के मुद्दों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।