कीचड़ में सड़क की खोज...सरकार के विकास के दावे को यह नजारा बता रहा पोल खोल ,बदहाल सिस्टम की खुली पोल...मजे में जिम्मेदार…देखे विडियो…

The discovery of the road in the mud... this view is telling the claim of development of the government, the open pole of the bad system छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला मुख्यालय से महज 25 किमी दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत तालाकुर्रा के खासपारा हाईस्कूल से तेतापारा सड़क इन दिनों ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है

कीचड़ में सड़क की खोज...सरकार के विकास के दावे को यह नजारा बता रहा पोल खोल ,बदहाल सिस्टम की खुली पोल...मजे में जिम्मेदार…देखे विडियो…
कीचड़ में सड़क की खोज...सरकार के विकास के दावे को यह नजारा बता रहा पोल खोल ,बदहाल सिस्टम की खुली पोल...मजे में जिम्मेदार…देखे विडियो…

The discovery of the road in the mud... this view is telling the claim of development of the government, the open pole of the bad system

कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला मुख्यालय से महज 25  किमी दूरी पर स्थित  ग्राम पंचायत तालाकुर्रा के खासपारा हाईस्कूल से तेतापारा सड़क इन दिनों ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है यहाँ के ग्रामीण व स्कूली बच्चों को इस मार्ग से गुजरने रोज सड़क की मिट्टी से सराबोर होकर गुजरना पड़ता है। जिसको लेकर कई बार शिकायत व आवेदन दिया जा चुका है।

 

 


यह माजरा किसी अंदरूनी क्षेत्र का नहीं बल्कि जिला मुख्यालय से महज 25 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम तालाकुर्रा का है जहाँ यह मार्ग अब ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है खास कर तेतापारा के स्कूली छात्रों को बारिश में इस मार्ग से गुजरने काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है क्योंकि इस मार्ग में साईकिल पर चलना तो दूर पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है। पैदल चलने के लिये कीचड़ से सराबोर होना पड़ता है जिसके बाद पास के ही हेण्डपम्प से कपड़ो से कीचड़ के दाग धोकर कपड़े सूखने के इंतजार कर स्कूल जाना पड़ता है व कई बार तो छात्रों को स्कूल से भी वंचित होना पड़ता है।

आंगनबाड़ी व प्राथमिक शाला भी इसी मार्ग से होकर जाते है बच्चे

बता दे कि तेतापारा में आंगनबाड़ी व प्राथमिक शाला स्कूल होने के कारण बच्चो को इसी दल दल भरी कच्ची सड़क से गुजरना पड़ता है जिससे बच्चो के अभिभावकों में चिंता बनी रहती है कि बच्चे सही से आंगनबाड़ी व स्कूल पहुँचे की नहीं क्योंकि तेतापारा पहुँचने के लिये यही एक मार्ग है जोकि कीचड़ से भरा हुआ है।


जनपद व पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा इसकी दयनीय स्थितियों से विधायक जिला पंचायत, कलेक्टर सहित आला अधिकारियों को इससे अवगत कराया जा चुका है किंतु अब तक इस मार्ग को लेकर कोई कार्य योजना नहीं बनाई गई है न ही इस मार्ग की सुध ली गई है।


यहाँ यह बताना लाजिमी होगा कि इसी क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य व जिला पंचायत उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला को इसकी स्थिति से अवगत कराने फोन पर सम्पर्क किया जाता है तो वे फोन तक नहीं उठाते जबकि चुनाव के पहले ग्रामीणों को वह यह कहते नहीं थकते थे कि आधी रात को भी मेरे नंबर पर आप फोन करोगे मैं वहाँ मौजूद हो जाऊंगा अब तो दिन में कई बार फोन लगाने पर भी फोन नहीं उठाते जिसको लेकर भी ग्रामीण अब आक्रोशित नजर आ रहे है।


विधायक भी कर चुके है इस मार्ग का निरीक्षण
इस सबन्ध में ग्रामीणों व जनपद व पंचायत के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने बताया कि गोंड़वाना समाज के भवन उद्घटान अवसर पर पहुँचे विधायक शिशुपाल शोरी को इस मार्ग स्थिति को दिखाते हुए व खुद इस मार्ग का निरीक्षण कर जल्द ही इसको बजट में शामिल कर इस समस्या से ग्रामीणों को निजात दिलाने आश्वस्त किया गया था जोकि जुमला साबित हो रहा है।


इस सबन्ध में कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी से सम्पर्क किया गया किंतु उन्होंने फोन कॉल नहीं उठाया।
इस पूरे मामले को लेकर नवनियुक्त महिला कलेक्टर प्रियंका शुक्ला से भी फोन पर सम्पर्क किया गया किंतु उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।