अजीबोगरीब मामला: बीवी से पीछा छुड़ाने के लिए पति ने बनाई खुद की नकली कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट.... बोला, ‘कोविड केयर सेंटर में एडमिट हूं’.... फिर हुआ ये.... मामला ऐसे पहुंचा पुलिस के पास.....




इंदौर। अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां महू में प्लाईवुड व्यापारी के बेटे ने अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए की फर्जी रिपोर्ट बनवा ली। ये मामला मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के ग्वालटोली थाने का है। शख्स ने अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कोविड-19 की फर्जी पॉजिटिव रिपोर्ट तैयार कर उसको भेज दी और पत्नी को बोला कि वो कोविड केयर सेंटर में एडमिट है। 1 महीने बीत जाने पर पत्नी को शक हुआ। जब पत्नी ने अपने पिता को दामाद की रिपोर्ट लेकर पैथालॉजी लैब भेजा। वहां जांच करने पर जानकारी मिली कि रिपोर्ट फर्जी है। इस मामले में पैथॉलाजी ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
बीवी से पीछा छुड़ाने के लिए आपने तमाम लोगों द्वारा अलग-अलग तरकीबें अपनाने के बारे में सुना होगा। लेकिन इंदौर के एक शख्स ने जो किया उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। असल में इस शख्स ने अपनी बीवी से दूर रहने के लिए खुद को कोरोना पॉजिटिव बता दिया। उसने अपनी नकली कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट बनाई। इसे वॉट्सअप पर अपने पिता और पत्नी को भेजा और फिर गायब हो गया। हालांकि उसकी चालाकी रंग नहीं लाई और पुलिस ने व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पूछताछ के लिए नोटिस भी जारी कर दी गई है।
इंदौर स्थित छोटी ग्वालटोली पुलिस स्टेशन के इंचार्ज संजय शुक्ला बताते हैं कि रिपोर्ट देखने के बाद उसके घरवालों को शक होने लगा। इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि उस शख्स के अंदर किसी भी तरह से कोरोना के लक्षण नहीं थे। इसके बाद घरवालों ने उस प्राइवेट लैब में कांटैक्ट किया, जहां से यह रिपोर्ट बनाई गई थी। लैबवालों ने जब बताया कि उन्होंने उस व्यक्ति का कोरोना टेस्ट किया ही नहीं है तो उसकी पोल खुल गई। लैबवालों की शिकायत पर उस व्यक्ति् के खिलाफ जाली दस्तावेज बनाने और धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है।
हैरान करने वाला मामला मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का है। यहां पर महू के रहने वाले एक व्यक्ति की इसी साल मई में शादी हुई थी। लेकिन कुछ निजी वजहों के चलते वह अपनी पत्नी के साथ रहना नहीं चाहता था। बहुत कोशिश के बाद भी जब उसे कोई उपाय नहीं सूझा तो उसने एक प्राइवेट लैब की वेबसाइट से किसी अन्य व्यक्ति की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट डाउनलोड की। फिर पेंसिल से इस रिपोर्ट पर उस व्यक्ति के नाम की जगह अपना नाम लिखा और इसे अपने पिता और पत्नी के मोबाइल पर वॉट्सअप कर दिया। प्रायवेट लेब में नकली रिपोर्ट का भंडाफोड़़ हो गया।