CG:डायवर्सन के नाम पर नगर निवेश व एसडीएम कार्यालय मे अवैध वसूली..नियम व शर्ते पहाङ जैसा उलझने भरी..दलाल के माध्यम से ही हो सकता है काम..साजा के एक व्यक्ति दलाल के रूप मे सक्रिय भूमिका निभा रहा है..नगर निवेश का एक वसूलीबाज बाबू सुर्खियों मे है..क्या है मामला पढिये पूरा खबर

CG:डायवर्सन के नाम पर नगर निवेश व एसडीएम कार्यालय मे अवैध वसूली..नियम व शर्ते पहाङ जैसा उलझने भरी..दलाल के माध्यम से ही हो सकता है काम..साजा के एक व्यक्ति दलाल के रूप मे सक्रिय भूमिका निभा रहा है..नगर निवेश का एक वसूलीबाज बाबू सुर्खियों मे है..क्या है मामला पढिये पूरा खबर
CG:डायवर्सन के नाम पर नगर निवेश व एसडीएम कार्यालय मे अवैध वसूली..नियम व शर्ते पहाङ जैसा उलझने भरी..दलाल के माध्यम से ही हो सकता है काम..साजा के एक व्यक्ति दलाल के रूप मे सक्रिय भूमिका निभा रहा है..नगर निवेश का एक वसूलीबाज बाबू सुर्खियों मे है..क्या है मामला पढिये पूरा खबर

संजू जैन:7000885784
बेमेतरा(थानखम्हरिया)-एसडीएम एवं नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय मे यदि आप भूमि डायवर्सन के लिए आवेदन प्रस्तुत कर दिये तो आपने बङी पाप किया पूरे विश्व मे अगर कानून कायदा सबसे ज्यादा है तो वह है नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय दुर्ग एवं एसडीएम कार्यालय साजा,यहां विभिन्न धाराओ का बङा खेला है एनओसी के नाम पर अलग अलग प्रतिवेदन देकर हीतग्राहीयो को परेशान किया जाता है ताकि उलझनो से बचने लोग अधिक राशि देकर कार्य  कराने विवश हो जाय इन कार्यालयो मे दलाल बङे सक्रिय भूमिका मे होते है इन्ही के माध्यम से ही जटिल से जटिल कार्य आसानी से निपटाया जाता है यही कारण है की नियमो की इस खेल मे सैकङो डायवर्सन के मामले लंबित पङे है।नगर पंचायत सहित ग्राम पंचायते जहाँ निवेश क्षेत्र घोषित है एवं भूमि के विभिन्न उपयोग कृषि, आवासीय, व्यसायीक तथा औद्योगिक क्षेत्रों का चिन्हांकित कर भूमि का डायवर्सन किया जाना है परंतु उपरोक्त कार्यालयो मे अधिकारीयो की भर्राशाही चल रही है सीधे तौर लेनदेन की सौदेबाजी किया जाता है जो एक परंपराशके रूप मे सालो से स्थापित है जिसे तोङ पाना शायद अब किसी के बस मे नही है।
थान खम्हरिया क्षेत्र के समीपस्थ ग्राम कोपेडबरी,गातापार, कुरदा, उमरावनगर दर्री,गुवारा व टिपनी जैसे ग्रामो को निवेश क्षेत्र घोषित किया गया है यहा की भूमि को विभिन्न प्रायोजन हेतु संरक्षित कर मास्टर प्लान तैयार कर विकसीत करने किया जाना है यही कारण है कि आज किसान, व्यसायी, उद्योगपति भूमि डायवर्सन को लेकर खासा परेशान है आवेदको को विभिन्न धाराओ का हिल हवाला करते डायवर्सन के कार्य मे साल तक बीत जाते है।नगर पंचायत क्षेत्र के विस्तार होने के कारण रहवासी भवनो व छोटे छोटे दुकानो के लिए नागरीक आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो की ओर रूख कर रहे है जिसके लिए मकान निर्माण हेतु कृषि भूमि के आवासीय व व्यसायीक उपयोग हेतु सबसे ज्यादा डायवर्सन की आवश्यकता पङ रही है कुछ बैंक लोन हेतु भी डायवर्सन कराना चाह रहे है जिसके लिए नगर निवेश कार्यालय कार्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है यहाँ अधिकांश आवेदन अनापत्ति प्रमाण पत्र के नाम पर लंबित है।

*नगर तथा ग्राम निवेश के इन अधिनयमो मे है खेला*
जो कार्य सेटींग के तहत होना है उसके लिए नगर निवेश वर्तमान भूमि उपयोग छ ग नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 15 (4) के तहत अंगीकृत किये जाने का लेख कर मास्टर प्लान तैयार नही होने की बात कही जाती है ताकि पूरे पाले  एसडीएम के पास रहे।दूसरी ओर जिस कार्य मे दलाल की भूमिका नही या चढौत्री मे कमी हो तो धारा 16 के तहत आनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने कहा जाता है ताकि आवेदक उलझनो मे रहकर दलालो के माध्यम से काथ्य कराने विवश हो यहाँ एक हीशकार्य के दिए दोहरा मापदंड अपनायी जा रही है।

*डायवर्सन के लिए इन स्थानो से एनओसी की जरूरत*

मूल आवेदन एसडीएम कार्यालय मे प्रस्तुत करने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी,जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्यअधिकारी,कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग,कार्यपालन अभियंता जल संसाधन ,कार्पालन यंत्री विद्युत धिभाग,कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग,प्रधानमंत्री ग्रामीण सङक निर्माण योजना कार्यालय,उप वन मण्डल अधिकारी तथा संबंधित ग्राम पंचायत व नगर पंचायत से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेनी पङती है उपरोक्त स्थानो से एनओसी आसानी से मिल जाती है परंतु नगर तथा ग्राम निवेश मे एनओसी प्राप्त करना एक जंग जीतने जैसा है,यहा पार्टी व व्यक्ति देखकर कार्य किया जाता रहा है थान खम्हरिया क्षेत्र मे तो  निवेश क्षेत्र होने के बावजूद तीन अलग अलग अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया जा रहा।

*अधिकांश कार्य दलालो के माध्यम से ही हो रहा*
नगर निवेश शाखा दुर्ग तथा अनुविभागीय  अधिकारी कार्यालय साजा मे दलालो के माध्यम से ही कार्य होते रहे है इन कार्यालयो मे दस्तावेज व सिस्टम के नाम पर सीधे आवेदको को घूमाया फिराया जाता है ताकि थक हारकर दलालो के माध्यम से चार्य कराने मजबूर हो और आसानी से कार्य हो भी जाया करता है,यहा दलालो के अनुसार ही नगर निवेश मे प्रतिवेदन तैयार होता है साजा के कांग्रेसी राज मे भाजपाई लोगो का कार्य आसानी से हो रहा है जहाँ एक व्यक्ति दालाल के रूप मे सक्रिय भूमिका निभा रहा है

*नगर निवेश का एक वसूलीबाज बाबू सुर्खियों मे है*
नगर तथा ग्राम निवेश दुर्ग का वसूलीबाजे बघेल बाबू आजकल सूर्खियो मे है बेमेतरा जिले के साजा,बेरला, बेमेतरा तथा नवागढ अनुविभाग क्षेत्र मे सक्रिय भूमिका निभाते हुए डायवर्सन हेतु लगे भूमि का निरीक्षण का कार्य इन्ही बन्दे के हाथो मे है जिसका आजकल बल्ले बल्ले है।इस प्रकार डायवर्सन के नाम पर नगर निवेश व एसडीएम कार्यालय  मे किस कदर लूट खसोट मची हुई है अगर सही तरीके से आवेदनो का जांच की जाय तो इन कार्यालयो का कादा चिट्ठा सब सामने आ जायगी बहरहाल सैकङो आवेदक आज घर मकान व दुकान का सपना संजोये इन कार्यालयो के चक्कर काटने विवश है।
फोटो संलग्न