सरपंच मंगल सिंह के संरक्षण में केवतरा में पूरे हर्षोल्लास के साथ आज किया गया जवारा विसर्जन पढ़े पूरी खबर

सरपंच मंगल सिंह के संरक्षण में केवतरा में पूरे हर्षोल्लास के साथ आज किया गया जवारा विसर्जन पढ़े पूरी खबर
सरपंच मंगल सिंह के संरक्षण में केवतरा में पूरे हर्षोल्लास के साथ आज किया गया जवारा विसर्जन पढ़े पूरी खबर

मस्तुरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत केवतरा में पूरे हर्षोल्लास के साथ जवारा विसर्जन आज किया गया सरपंच मंगल सिंह के संरक्षण में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ आपको बताते चलें कि नवरात्रि के पहले दिन जवारे बोए जाते हैं,जिन्हें नवरात्रि समापन होने के बाद यानी चैत्र शुक्ल दशमी तिथि को नदी या किसी अन्य जल स्त्रोत में प्रवाहित कर दिया जाता है। इस बार ये तिथि 31 मार्च शुक्रवार को है। आगे जानिए जवारे विसर्जन की विधि,शुभ मुहूर्त व अन्य खास बातें.

 सुबह सबसे पहले स्नान आदि करें और इसके बाद देवी मां की पूजा करें। देवी को गंध,चावल, फूल, आदि चढ़ाएं और ये मंत्र बोलें रूपं देहि यशो देहि भाग्यं भगवति देहि मे। पुत्रान् देहि धनं देहि सर्वान् कामांश्च देहि मे।।
महिषघ्नि महामाये चामुण्डे मुण्डमालिनी। आयुरारोग्यमैश्वर्यं देहि देवि नमोस्तु ते।।ये मंत्र बोलने के बाद जवारों की भी पूजा करें। चावल, फूल, कुमकुम आदि चीजें चढ़ाएं और इन जवारों को ससम्मान नदी, तालाब या अन्य किसी जल स्त्रोत तक लेकर जाएं। हाथ में चावल व फूल लेकर जवारों का इस मंत्र के साथ विसर्जन करें-गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठे स्वस्थानं परमेश्वरि। पूजाराधनकाले च पुनरागमनाय च।।