पेसा अधिनियम के 25 वर्ष पुर्ण होने पर बोरई मे मनाई जाएगी रजत जयंती महोत्सव , देश भर से जुटेंगे आदिवासी चिंतक, राष्ट्रीय कार्यशाला पर्यावरण व ग्राम सभा सशक्तिकरण थीम का होगा आयोजन....




धमतरी जिले की अंतिम छोर में बसा ग्राम बोराई में पेसा अधिनियम 1996 के 25 वर्ष पूर्ण होने साथ ही वन अधिकार मान्यता कानून 2006 के 15 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ राज्य आदिम संस्कृति,कला एवं साहित्य परिषद् तथा सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रभाग,केबीकेएस द्वारा राष्ट्रीय कार्यशाला /सम्मेलन का आयोजन दिनांक 23 से 27 दिसम्बर तक नगरी विकासखंड के ग्राम बोरई जिला धमतरी छ.ग. में किया जा रहा है.
पेसा अधिनियम के रजत जयंती वर्ष पर आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में संयोजक अश्विनी कांगे, अध्यक्ष ललित नरेटी एवं सचिव संदीप सलाम ने बताया कि सम्मेलन में असम,राजस्थान,गुजरात, झारखंड,महाराष्ट्र,उड़ीसा, आंध्र प्रदेश,तेलंगाना, कर्नाटक,उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के आदिवासी समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे.
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पिछले 25 साल में पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में पेसा अधिनियम के अनुरूप ग्राम सभा एवं पंचायतों को दिए गए अधिकारों को समझना एवं उसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने की योजना बनाना है,इस हेतु अलग-अलग सत्रों में पेसा के विभिन्न प्रावधानों पर चर्चा की जाएगी साथ ही पेसा कानून बनने के पश्चात् अनुसूचित क्षेत्र में लागू अन्य कानूनों पर बदलाव तथा पेसा के अनुरूप किये गये संशोधन पर चर्चा एवं वर्तमान समय में पेसा क्रियान्वयन की स्थिति पर विमर्श किया जावेगा। इन विषयों पर चर्चा परिचर्चा करने के लिए देश के नामी विषय विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगे। वन अधिकार मान्यता कानून 2006 के 15 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में इस राष्ट्रीय सम्मेलन में वन अधिकार कानून 2006 के तहत मान्य अलग-अलग प्रकार के सामुदायिक अधिकार, सामुदायिक वन हक तथा व्यक्तिगत अधिकार और पर्यावास के अधिकार को क्रियान्वित करने के लिए ढांचा बनाने के लिए विचार विमर्श किया जायेगा तथा जमीनी स्तर पर इस कानून के क्रियान्वयन हेतु आने वाली समस्याओं पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की जावेगी।
इस सम्मेलन में पेसा अधिनियम और वनाधिकार कानून के क्रियान्वयन में सहभागिता निभाने वाले विभिन्न विभागों / जिला के प्रशासनिक अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है जिनके माध्यम से इन विषयों पर विस्तृत चर्चा की जावेगी।
अनुसूचित क्षेत्र में लागू पेसा की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए यह राष्ट्रीय सम्मेलन पूर्णतः पारंपरिक रुढ़ीगत ढंग से संचालित होगा, समस्त गतिविधि गोंडवाना समाज सेवा समिति नगरी जिला धमतरी छत्तीसगढ़ के नेतृत्व में आयोजित होगा।