केन बेतवा लिंक परियोजना: पौधारोपण और गाँव विस्थापन के लिए मध्यप्रदेश को मिले 4400 करोड़ रुपये..

Ken Betwa Link Project: Madhya Pradesh got Rs 4400 crore...

केन बेतवा लिंक परियोजना: पौधारोपण और गाँव विस्थापन के लिए मध्यप्रदेश को मिले 4400 करोड़   रुपये..
केन बेतवा लिंक परियोजना: पौधारोपण और गाँव विस्थापन के लिए मध्यप्रदेश को मिले 4400 करोड़ रुपये..

NBL, 07/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Ken Betwa Link Project: Madhya Pradesh got Rs 4400 crore for plantation and village displacement.

Ken Betwa Link Project: भोपाल - बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा लिंक परियोजना का काम एक कदम आगे बढ़ा है। केन-बेतवा लिंक परियोजना अथारिटी ने परियोजना के लिए 4400 करोड़ रुपये राज्य सरकार के खाते मेंं जमा करा दिए हैं। इस राशि से दोधन बांध के जलभराव क्षेत्र (कैचमेंट एरिया) में आने वाले 14 गांवों के पांच हजार से ज्यादा परिवारों को विस्थापित किया जाएगा और पौधारोपण कर बांध के कारण उजड़ने वाले जंगल की भरपाई की जाएगी, पढ़े विस्तार से...। 

यह राशि बांध क्षेत्र में आने वाले पेड़ पौधों का शुद्ध वर्तमान मूल्य (नेट प्रेजेंट वैल्यू) के 3500 करोड़ रुपये में से दी गई है, जो वन रोपण निधि प्रबंधन योजना अभिकरण (कैंपा) मद में जमा कराई गई है। इसके अलावा पौधारोपण, वन्यप्राणियों के लिए वैकल्पिक स्थान तैयार करने और कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट प्लान के लिए अलग से राशि दी जाएगी।

केंद्र सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष में परियोजना के लिए 4500 करोड़ रुपये का बजट में प्रविधान किया था। इसमें से 4400 करोड़ रुपये राज्य सरकार को जारी कर दिए गए हैं। इनमें से 3286 करोड़ रुपये वन विभाग को क्षतिपूर्ति वनीकरण के लिए दिए गए हैं। जबकि 1114 करोड़ रुपये छतरपुर जिले को दिए हैं।

इस राशि से कलेक्टर जलभराव क्षेत्र में निवासरत परिवारों को दूसरे स्थानों पर विस्थापित करेंगे। इसके साथ ही परियोजना निर्माण को लेकर बैठकों को दौर शुरू हो गया है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हिस्से के बुंदेलखंड को पीने एवं सिंचाई का पानी देने के लिए केंद्र सरकार ने परियोजना को मंजूरी दी है। पानी के बंटवारे को लेकर दोनों राज्यों के बीच फरवरी 2022 में अनुबंध हुआ है।

परियोजना से गैर वर्षाकाल (नवंबर से मई) में मध्य प्रदेश को 1834 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर यानी 1834 अरब लीटर) और उत्तर प्रदेश को 750 एमसीएम (750 अरब लीटर) पानी मिलेगा। सामान्य वर्षाकाल में मध्य प्रदेश को दो हजार 350 और उत्तर प्रदेश को एक हजार 700 एमसीएम वार्षिक पानी मिल सकेगा।

परियोजना की लागत: 44 हजार 605 करोड़ रुपये

केंद्र सरकार देगी: 90 प्रतिशत राशि

राज्य सरकार देंगी: पांच-पांच प्रतिशत राशि

केन बेसिन से उप्र में सिंचाई: 2.27 लाख हेक्टेयर

केन बेसिन से मप्र में सिंचाई: 4.47 लाख हेक्टेयर

बेतवा बेसिन से मप्र में सिंचाई: 2.06 लाख हेक्टेयर

मध्य प्रदेश के हिस्से में जाएगी: बिजली

किस जिले में कितने हेक्टेयर में सिंचाई

इतनी सिंचाई क्षमता बढ़ेगी

जिला -- सिंचाई रकबा (हेक्टेयर में)

पन्न्ा -- 70 हजार

छतरपुर -- 3,11,151

दमोह -- 20,101

टीकमगढ़-निवाड़ी -- 50,112

सागर -- 90 हजार

दतिया -- 14 हजार

विदिशा -- 20 हजार

रायसेन -- छह हजार. .।