CG ब्रेकिंग: पानी के भाव में शासकीय जमीन को निजी बनाकर बेचा.... 6 साल बाद चला पता.... फिर जो हुआ.... पटवारी गिरफ्तार.... विक्रेता और पटवारी को भेजा गया जेल.... वहीं एक की 3 साल पहले हो चुकी मौत.....




गरियाबंद। 60,000-60,000 रूपये में शासकीय जमीन को निजी बनाकर बेचने का मामला सामने आया है। पीड़ितो को 6 साल बाद पता चला। आरोपी विक्रेता एवं सहयोगी पटवारी को जेल भेजा गया। गरियाबंद के आदिवासी ब्लॉक छुरा के तहसील कार्यालय के पीछे स्थित भूमि खसरा नंबर 121 रकबा 0.07 हेक्टेयर को नगर छुरा राजापारा निवासी रमेशर एवं बिशेसर निषाद द्वारा वर्ष 2014 में तत्कालिन हल्का पटवारी नटेश्वर नायडु के साथ मिली भगत कर उक्त शासकीय भूमि को पहले अपने नाम पर नामांतरण कराया गया।
साथ ही तहसील कार्यालय छुरा से उक्त भूमि के संबंध में ऋण पुस्तिका भी तैयार करा लिया गया था। जिसे रमेशर एवं बिशेसर निषाद द्वारा पीडित प्रदीप पाण्डेय एवं भुपेन्द्र सेन को 60,000-60,000 रूपये में बिक्री पत्रक तैयार कर रजिस्ट्री करा दिया गया था। पीड़ित प्रदीप पाण्डेय एवं भुपेन्द्र सेन द्वारा उक्त भूमि पर मकान निर्माण कार्य प्रारंभ करने से वास्तविकता के संबंध में एवं स्वयं के साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी हुई। पीड़ितो द्वारा थाना छुरा में इसकी लिखित शिकायत की गई।
जांच दौरान शिकायत सही पाये जाने पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 65/2021 धारा 420 , 34 भादवि 0 पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही थी। आरोपी पटवारी नटेश्वर नायडु एवं भूमि विक्रेता रमेशर निषाद को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। अपराध कारित करना स्वीकार करने से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। वहीं एक अन्य विक्रेता बिशेसर निषाद की 02-03 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है।