राशन के साथ कीचड़ में गिरा किसान: बाइक पर गेहूं लेकर जा रहा था.... रास्ता खराब होने पर फिसलने से गिर गया.... 6 घंटे तक गंदगी में बैठा रहा.... घंटो कीचड़ में बैठकर किसान ने किया प्रदर्शन..... अफसर भी पहुंचे गांव.... फिर जो हुआ.......

राशन के साथ कीचड़ में गिरा किसान: बाइक पर गेहूं लेकर जा रहा था.... रास्ता खराब होने पर फिसलने से गिर गया.... 6 घंटे तक गंदगी में बैठा रहा.... घंटो कीचड़ में बैठकर किसान ने किया प्रदर्शन..... अफसर भी पहुंचे गांव.... फिर जो हुआ.......

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डेस्क। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव में किसान ने कीचड़ में बैठकर रास्ता सुधारने की मांग की। 6 घंटे के इस अजीबो-गरीब प्रदर्शन ने जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को हिला दिया। रास्ते को जल्द ठीक कराने के आश्वासन के बाद ही किसान उठा। 6 घंटे बीतने के बाद रात 9 बजे तहसीलदार मौके पर पहुंचे और रास्ते पर नाली बनाने का आश्वासन दिया। उसके बाद किसान कीचड़ से बाहर आया और धरना खत्म। बदहाल सड़क और कीचड़ से परेशान एक किसान की तस्वीरें और उसका अनूठा प्रदर्शन चर्चा में है। मामला कोटड़ी उपखण्ड में आगरियां गांव का है। 

फैले कीचड़ से परेशान नाली निर्माण की मांग को लेकर एक किसान कीचड़ में ही धरने पर बैठ गया। उसका यह अनूठा धरना प्रदर्शन 6 घंटे तक चला। और तब तक चलता रहा जबकि गांव की समस्या के समाधान की बात न बनी। आगरियां गांव का किसान, बाबू लाल तेली आसोप ग्राम पंचायत से गुरुवार शाम को 4 बजे अपने राशन का गेहूं लेकर गांव पहुंचा था। अपने घर जाते समय रास्ते में फैले कीचड़ में वो मोटरसाइकिल सहित फिसल गया। उसके राशन का सारा गेहूं भी कीचड़ में बिखर गया। यह देख बाबू लाल तेली गिरी हुई मोटरसाइकिल, बिखरे हुए गेहूं के साथ ही कीचड़ में ही बैठ गया। 

वहीं से नाली निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगा। बाबू लाल के इस अनूठ प्रदर्शन से परेशान आसोप पंचायत सरपंच कैलाश जाट और ग्रामीणों ने उससे काफी समझाइश की। लेकिन वह कीचड़ से नहीं उठा। उसकी एक ही मांग थी कि प्रशासनिक अधिकारी मौके पर आएं और इस समस्या का समाधान करें। क्योंकि पिछले काफी समय से ग्रामीण नाली निर्माण की मांग कर रहे हैं। सुनवाई नहीं होने से गांव में कीचड़ फैला रहता है। कीचड़ में बैठकर प्रदर्शन करने वाले बाबू लाल ने बताया कि गांव में आए दिन लोग फिसलकर गिर रहे हैं। लोगों का यहां रहना दुश्वार हो रहा है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।