Cyclone Fengal: छत्तीसगढ़ में फेंगल तूफान का दिखेगा असर,तीन दिन तक छत्तीसगढ़ में बारिश,कुछ इलाकों में घने कोहरे की संभावना…
फेंगल तूफान का असर छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों में दिखाई दे रहा है। वहीं प्रदेश के बस्तर संभाग में कल हल्की बारिश हुई है। इसके और रायपुर के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हुई है। वहीं आज सुबह से ही राजधानी के कई इलाकों में बादल छाए रहने की सभावनाएं हैं।




रायपुर। फेंगल तूफान का असर छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्सों में दिखाई दे रहा है। वहीं प्रदेश के बस्तर संभाग में कल हल्की बारिश हुई है। इसके और रायपुर के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हुई है। वहीं आज सुबह से ही राजधानी के कई इलाकों में बादल छाए रहने की सभावनाएं हैं। इसके साथ ही प्रदेश में आगामी चार दिनों में दक्षिणी भागों में हल्की मध्यम बारिश की संभावना है। जिससे प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो सकती है और साथ ही घने कोहरे का सामना भी करना पड़ सकता है। इसके कारण ठंड में थोड़ी कमी देखने को मिल सकती है, और अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है।
सरगुजा में कड़ाके की ठंड, अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड स्तर पर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पिछले 12 दिनों से सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड का सामना किया जा रहा है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण सरगुजा में शीतलहर जारी है, जिससे तापमान लगातार 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है।
प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ठंड का असर दिखाई दे रहा है। रायपुर में पिछले तीन दिनों से न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री पर बना हुआ है, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। जबकि जगदलपुर में रात का तापमान रायपुर से अधिक 16 डिग्री है। उत्तर छत्तीसगढ़ के पाट इलाकों, जैसे सामरी पाट और मैनपाट में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से भी कम जा सकता है। इन इलाकों में लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं और दिन में भी राहत नहीं मिल रही है।
बस्तर में मौसम की स्थिति
हालांकि, बस्तर के कुछ जिलों में कड़ाके की ठंड नहीं पड़ रही है। लेकिन, फेंजल तूफान के कारण पूरे प्रदेश में मौसम में हल्का बदलाव आ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ में शीतलहर की चपेट से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन उत्तरी छत्तीसगढ़ और सरगुजा में अभी भी कड़ाके की ठंड जारी रहने की संभावना है।
इस बीच, फेंगल तूफान के असर से प्रदेश में बारिश और बादल होने से ठंड में हल्की राहत मिल सकती है, लेकिन ठंड का प्रभाव विशेष रूप से सरगुजा और उत्तरी छत्तीसगढ़ में महसूस किया जा रहा है।