CG हड़ताल ब्रेकिंग : रसोईयों ने खोला मोर्चा, स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाना किया बंद, इस मांग को लेकर कर रहे हड़ताल, स्कूली बच्चे हो रहे परेशान.....
मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोईयों को पांच माह से मानदेय नहीं मिलने से रसोईया संघ ने महासमुंद जिले के स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाना बंद कर दिया है। जिसके कारण जिले के अधिकांश स्कूलों में मध्याह्न भोजन बंद हो गया है और कुछ स्कूलों में स्व सहायता समूह के द्वारा भोजन बनाया जा रहा है।




महासमुंद। मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोईयों को पांच माह से मानदेय नहीं मिलने से रसोईया संघ ने महासमुंद जिले के स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाना बंद कर दिया है। जिसके कारण जिले के अधिकांश स्कूलों में मध्याह्न भोजन बंद हो गया है और कुछ स्कूलों में स्व सहायता समूह के द्वारा भोजन बनाया जा रहा है। शहर के शासकीय प्राथमिक शाला गुडरुडीह में कक्षा पहली से पांचवीं तक के 37 बच्चे पढाई करते हैं और आज 26 बच्चों की उपस्थिति है ,पर रसोईया संघ के हड़ताल पर चले जाने के कारण इस स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है और प्रधान पाठिका ने बच्चों को घर से टिफिन लाने को कहा है।
इस पूरे मामले मे रसोईया संघ का कहना है कि पांच माह का वेतन नहीं मिलने से हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जब तक मानदेय नहीं मिलेगा हम लोग मध्याह्न भोजन नहीं बनायेगें। स्कूल के प्रधान पाठक जहां मध्याह्न भोजन बंद है कि जानकारी देते हुए बच्चों को घर से टिफिन लाने के लिए कह रही है, वहीं जिला शिक्षा अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कह रही है।
गौरतलब है कि महासमुंद जिले में 1278 प्राथमिक स्कूल , 493 मिडिल स्कूल संचालित है जिसमें 1,18,000 बच्चे पढाई करते हैं । जिसके लिए रसोईया महिलाएं मध्याह्न भोजन बनाती हैं ,पर इनके हड़ताल पर चले जाने से मध्याह्न भोजन बनाने की व्यवस्था चरमरा गई है। अब देखना होगा कि आखिर इन रसोईयों को कब मानदेय मिलेगा और मध्याह्न भोजन सुचारु रुप से संचालित होगा ।