CG विधानसभा BREAKING: परीक्षाएं होंगी ऑफलाइन.... स्पीकर महंत ने ऑफलाइन-ऑनलाइन परीक्षाओं के नतीजों की मांगी विस्तृत जानकारी.... प्राध्यापकों के 595 पदों के मुकाबले कार्यरत नहीं एक भी प्राध्यापक.... इनका भी 1875 पद खाली......
assembly Examinations will be offline Higher Education Minister Umesh Patel students online




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Raipur news: छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रश्नकाल में अजय चंद्राकर ने सवाल पूछ। चंद्राकर ने यह जानना चाहा कि बीते तीन साल में ऑनलाइन परीक्षा के रिजल्ट कैसे रहे और परीक्षा किस तरह से ली गई बताया जाए। स्पीकर चरणदास महंत ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल से कोरोनाकाल के दौरान महाविद्यालयीन परीक्षाओं के नतीजों को लेकर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने कहा है। यह मामला भाजपा के अजय चंद्राकर ने प्रश्नकाल में उठाया था। सवाल के जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते विभाग ने विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन शिक्षा के संबंध में निर्देश जारी किया था। तीसरी लहर का प्रभाव कम होने के कारण विभाग ने अलग से आदेश जारी कर पुराना निर्देश वापिस ले लिया।
उमेश पटेल ने ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों की वास्तविक संख्या बताने में असर्मथता व्यक्त किया। चंद्राकर के ये पूछने पर कि परीक्षाएं आफलाइन होंगी या आनलाईन, उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि परीक्षाएं आफलाइन मोड में होंगी। मंत्री पटेल ने कहा कि वर्ष 2020-21 में ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी। प्रश्न ई-मेल पर बच्चों को भेजे थे, और उत्तर पुस्तिकाएं केन्द्र में जमा कराई गई। जिनका मुल्यांकन कर नतीजे जारी किए गए। 2021-22 के लिए हमने 13 जनवरी को ऑनलाइन परीक्षा के निर्देश दिए थे, लेकिन कोरोना संक्रमण में आई कमी को देखते हुए फरवरी-2022 में आदेश जारी कर ऑफलाइन लेने का फैसला किया।
अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालय इन निर्देशों का पालन नहीं कर रहे। ऑनलाइन में पास करने का आधार क्या है। इस पर स्पीकर डॉ. महंत ने कहा कि इसका मतलब जितने लोगों ने ऑनलाइन परीक्षा दी है सब पास हो गए। चंद्राकर ने फिर पूछा इस साल अब तक परीक्षा पद्धति को लेकर निर्णय नहीं लिया गया है। स्पीकर महंत ने मंत्री पटेल से कहा कि ऑनलाइन-ऑफलाइन परीक्षाओं को लेकर विस्तृत जानकारी दें। मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि राज्य ने एआईसीटी, और यूजीसी के निर्धारित मापदंडों के अनुसार परीक्षाएं ली है। प्रदेश में प्राध्यापकों के स्वीकृत 595 पद के विरुद्ध एक भी प्राध्यापक कार्यरत नही है।
यह जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। विधायक केशव चन्द्रा ने सवाल करते हुए पूछा था कि प्रदेश में कितने शासकीय महाविद्यालय हैं? व महाविद्यालयो में कितने प्राचार्य, प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक कार्यरत हैं? जिसका जवाब देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्राचार्य का पद पदोन्नति का होता हैं लिहाजा उसमे सीधी नियुक्ति का प्रश्न ही नही उठता।
सहायक प्राध्यापक के पद हेतु चयनितों की नियुक्ति प्रक्रियाधिन हैं। उच्च शिक्षा मंत्री के संलग्न जवाब अनुसार प्रचार्य के स्वीकृत 278 पद के विरुद्ध सिर्फ 65 कार्यरत हैं व 213 पद रिक्त हैं। प्राध्यापक के 595 स्वीकृत पदों के विरुद्ध राज्य में एक भी प्राध्यापक कार्यरत नही हैं, लिहाजा सारे पद रिक्त हैं। सहायक प्राध्यापक के 4344 स्वीकृत पद के विरुद्ध 2469 सहायक प्राध्यापक कार्यरत है। 1875 सहायक प्राध्यापक के पद रिक्त हैं। प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक के पदों पर लोकसेवा आयोग द्वारा नियुक्ति की जाती हैं पर प्रशासकीय कारण से प्राध्यापक पदों पर नियुक्ति वर्तमान में स्थगित है।