कल भारत बंद : छत्तीसगढ़ में भी भारत बंद का दिखेगा बड़ा असर….छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने किया समर्थन , जानिये क्यों किया गया है भारत बंद का ऐलान…..पढ़िए किन सेवाओं को मिलेगी अनुमति किस पर रहेगा प्रतिबंध…….

कल भारत बंद  : छत्तीसगढ़ में भी भारत बंद का दिखेगा बड़ा असर….छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने किया समर्थन , जानिये क्यों किया गया है भारत बंद का ऐलान…..पढ़िए किन सेवाओं को मिलेगी अनुमति किस पर रहेगा प्रतिबंध…….

नयी दिल्ली, 26 सितंबर:  संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 27 सितंबर के ‘भारत बंद’ के लिए  दिशानिर्देश जारी किए। संगठन ने कहा कि भारत बंद शांतिपूर्ण होगा और किसान यह सुनिश्चित करेंगे कि जनता को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े।

 

एसकेएम ने एक बयान में कहा कि बंद सुबह छह बजे से शुरू होगा और शाम चार बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों, बाजारों, दुकानों, कारखानों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

 

बयान में कहा गया है कि सार्वजनिक और निजी परिवहन की अनुमति नहीं दी जाएगी। किसी भी सार्वजनिक समारोह की अनुमति नहीं दी जाएगी। बंद के दौरान एंबुलेंस और दमकल सेवाओं सहित केवल आपातकालीन सेवाओं को ही काम करने की अनुमति होगी।

 

बयान के अनुसार, ”एसकेएम ने समाज के सभी वर्गों से किसानों के साथ आने और बंद का प्रचार करने की अपील करने को कहा है ताकि जनता की असुविधा को कम किया जा सके।” एसकेएम ने कहा, ”बंद शांतिपूर्ण और स्वैच्छिक होगा और आपातकालीन सेवाओं को इससे छूट मिलेगी।”

 

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया, कांग्रेस ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। बताया जा रहा है, कांग्रेस कार्यकर्ता भी सोमवार को सड़क पर उतरेंगे। इधर, ट्रेड यूनियन के संयुक्त मंच व अन्य जन संगठनों ने रायपुर में मशाल रैली निकाली। यह रैली कर्मचारी भवन से निकल कर कालीबाड़ी, महिला थाना, मोतीबाग, छोटापारा, कोतवाली होते हुए माधवराव सप्रे स्कूल के पास समाप्त हुई।

 

यहां एक नुक्कड़ सभा हुई। इसमें किसानों के आंदोलन को देश का आंदोलन बताया गया। वक्ताओं ने कहा, यह केवल खेती बचाने की नहीं बल्कि देश बचाने की लड़ाई है। इसमें सभी वर्गों को साथ आना चाहिए। 

 

 

ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच के संयोजक धर्मराज महापात्र ने बताया, केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून खतरनाक हैं। इसके खिलाफ पूरे देश को खड़ा होना होगा। सोमवार के भारत बंद को देश के सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने भी अपना समर्थन दिया है।

 

 

28 सितम्बर को किसान महापंचायत

उधर, छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ 28 सितम्बर को किसान महापंचायत की तैयारियों में जुटी है। यह महापंचायत राजिम की कृषि उपज मंडी परिसर में होना है। इसमें किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरे राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल सिंह, योगेंद्र यादव, मेधा पाटेकर, डॉ. सुनीलम जैसे नेता शामिल होने वाले हैं।