मस्तूरी ब्लॉक का दूरस्थ स्थित एक ऐसा स्कूल जहाँ से पिछले पांच सालो से प्रत्येक वर्ष बच्चो का नवोदय विद्यालय में हो रहा चयन बच्चे स्कूल शिक्षक व पालको को कर रहे गौरांवित पढ़े पूरी खबर




मस्तुरी ब्लॉक में दूरस्थ स्थित एक स्कूल है यहाँ के बच्चे अपनी स्कूल का नाम खूब रोशन कर रहे है शासकीय प्राथमिक शाला गोबरी जहाँ के बच्चे पढाई में प्रत्येक वर्ष अपनी लोहा मनवा रहे है यहाँ से अभी तक टोटल 7 बच्चो का चयन नवोदय विद्यालय मल्हार में हो चूका है कहते है यहाँ जो अच्छी तालीम शिक्षकों से मिल रही है उसी का परिणाम है कि बच्चे ना सिर्फ अपना बल्कि अपने पालको शिक्षकों व गांव का भी नाम रोशन कर रहे है स्कूल के प्रधान पाठक प्रमोद राज बताते है कि जो बच्चे नवोदय विद्यालय में चयन परीक्षा के लिए आवेदन करते है उनको सभी शिक्षकों के द्वारा स्कूल के बाद तैयारी कराई जाती है पर इसमें बच्चो का लगाव भी होना जरुरी है ऐसा नहीं है कि बच्चे मेहनत नहीं करते पर इसमें पालको व शिक्षकों का भी सराहनीय योगदान रहता है इस साल जिस बच्चे का चयन हुआ है उसका नाम नागेश ध्रुव पिता सर्वेन्द्र ध्रुव है जिसका चयन कक्षा छठवीं के लिए हुआ है इससे पहले चयनित बच्चो के नाम प्रदीप कुमार यादव, देवेंद्र कुमार मरावी,सेवक राम मरावी,अमन कुमार पटेल,मथु जगत, दुर्गा प्रसाद नेताम, नागेश कुमार ध्रुव आपको बताते चले जवाहर नवोदय विद्यालय अथवा नवोदय विद्यालय भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली पूरी तरह से आवासीय, सह शिक्षा, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नई दिल्ली से संबद्ध शिक्षण परियोजना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति - १९८६ के अन्तर्गत ऐसे आवासीय विद्यालयों की कल्पना की गई जिन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय का नाम दिया गया[1], जो सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने का होता है।