CG- घुसखोर नायब तहसीलदार गिरफ्तार ब्रेकिंग : प्रदेश में घूसखोरों के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई,नायब तहसीलदार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार,कार्रवाई से मचा हड़कंप...

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के निर्देश पर एसीबी ने अमल तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री ने एसीबी को फ्री हैंड देते हुए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए अफसरों को निर्देश दिए थे।

CG- घुसखोर नायब तहसीलदार गिरफ्तार ब्रेकिंग : प्रदेश में घूसखोरों के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई,नायब तहसीलदार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार,कार्रवाई से मचा हड़कंप...
CG- घुसखोर नायब तहसीलदार गिरफ्तार ब्रेकिंग : प्रदेश में घूसखोरों के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई,नायब तहसीलदार रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार,कार्रवाई से मचा हड़कंप...

डेस्क : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के निर्देश पर एसीबी ने अमल तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री ने एसीबी को फ्री हैंड देते हुए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए अफसरों को निर्देश दिए थे। एसीबी ने अभी तक दो दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए जेल भेज चुकी है। इनमें एसडीएम से लेकर ज्वाइंट डायरेक्टर, एसई, ईई और कई तहसीलदार और पटवारी शामिल हैं।

एसीबी टीम ने कल धमतरी के नायब तहसीलदार क्षीरसागर बघेल को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। कागजी कार्रवाई के बाद आज उन्हें कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। जाहिर है, रंगे हाथ ट्रेप होने पर तीन महीने से पहले जमानत नहीं मिलती। अफसरों ने बताया कि रेवेन्यू केस में धमतरी नायब तहसीदार 50 हजार रिश्वत मांग रहे थे। इसकी शिकायत एसीबी में हुई और एसीबी टीम ने जाल बिछाकर आज नायब तहसीलदार को पकड़ लिया।

जानकारी के अनुसार प्रार्थी दिलीप पुरी गोस्वामी ने जमीन कब्जा मामले को लेकर रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी कार्यालय में किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीबी की टीम ने पांच जुलाई को विशेष रणनीति के तहत धमतरी पहुंचकर कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि संबंधित जमीन 85 डिसमिल है। जिस पर कब्जा को लेकर विवाद चल रहा था।


यह कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो के एडिशनल एसपी सीडी तिर्की के नेतृत्व में की गई। टीम में करीब आठ से 10 एसीबी के अधिकारी और जवान तैनात है।
एसीबी ने अभी तक दो दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए जेल भेज चुकी है। इनमें एसडीएम से लेकर ज्वाइंट डायरेक्टर, एसई, ईई और कई तहसीलदार और पटवारी शामिल हैं।