Cow and Business: देसी गाय अच्छी या जर्सी? देसी और जर्सी गाय के दूध में अंतर ? पढ़िए पूरी जानकारी एक क्लिक में…..

Cow and Business Cow and Business: Desi Cow Good or Jersey? Difference between Desi and Jersey Cow's milk

Cow and Business: देसी गाय अच्छी या जर्सी? देसी और जर्सी गाय के दूध में अंतर ? पढ़िए पूरी जानकारी एक क्लिक में…..
Cow and Business: देसी गाय अच्छी या जर्सी? देसी और जर्सी गाय के दूध में अंतर ? पढ़िए पूरी जानकारी एक क्लिक में…..

Cow and Business : हमारे देश में ज्यादातर लोग पशु का पालन करने के प्रिय होते है । और पालन करके रोज़गार और आय भी होता है , जिसमें सबसे अधिक गाय का पालन किया जाता है. क्योंकि गाय पालन कर पशुपालकों की आय में तेजी से वृद्धि होती है. Cow and Business

 

पशुपालन क्षेत्र में भी कुछ लोग इस मुद्दे पर गौर करने लगे हैं। राष्ट्रीय दुग्ध अनुसंधान संस्थान, करनाल ने भी इस संबंध में कुछ अध्ययन किए हैं, जिनसे पता चलता है कि जर्सी गाय की तुलना में देसी गाय का दूध, घी और गोमूत्र कहीं अधिक लाभकारी है। लेकिन आम जनता के सामने भ्रम बना हुआ है। आधिकारिक तौर पर कोई इस पर बोलने को तैयार नहीं दिखता। Cow and Business

 

 

देश-विदेश में इस मसले पर कई अध्ययन हुए हैं। जिनसे पता चलता है कि गाय की दो विदेशी नस्लें हैं, जर्सी और होल्स्टीन। ये मात्रा में दूध भले ही ज्यादा देती हैं, पर वास्तव में इनके उत्पाद फायदे की बजाय नुकसानदेह ज्यादा हैं। कई अध्ययन तो इन्हें गाय मानने तक को तैयार नहीं हैं। यह अपने मूल रूप में यूरोप का उरूस नामक जंगली जानवर था,Cow and Business

 

जिसका कि यूरोपीय लोग शिकार किया करते थे। चूंकि जंगली जानवर होने के नाते शिकार करना मुश्किल होता था, इसलिए कई जानवरों के साथ इसका प्रजनन करवाया गया। अंत में देसी गाय के साथ प्रजनन के बाद जर्सी प्रजाति का विकास हुआ। Cow and Business

 

पशु विज्ञानियों का कहना है कि यदि दूध का उत्पादन ही बढ़ाना है, तो ज्यादा दूध देने वाली भारतीय नस्ल की गायों से संकरन करवाया जाए। इनमें पंजाब की साहिवाल, गुजरात की गिर और राजस्थान की थारपारकर प्रमुख नस्लें हैं। लेकिन अपने पैरों पर कुठाराघात करने वाले भारतीय नीति-नियोजकों को केवल विदेशी में ही अच्छाइयां दिखाई पड़ती हैं। Cow and Business

 

सुना है कि सरकार संकरन को मानक बनाने के लिए कानून बनाने की सोच रही है। उसे तत्काल इसे अंजाम देना चाहिए। समय आ गया है कि हम अपनी पिछली पीढी की गलतियों को सुधारें और अपनी देसी गाय को विलोपन से बचाएं। दूध को अमृत समझने वाले देश को इस तरह छाला न जाए। Cow and Business

 

आपको बता दें कि हमारे देश में गाय की कई नस्लें पाई जाती हैं. जिसे पशुपालक पालकर अच्छा मुनाफा कमाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं, ऐसी कौनसी नस्ल की गाय हैं जिनसे अच्छी मात्रा में दूध के साथ बाजार में अच्छा मुनाफा मिलता है और कौनसी नस्ल की गाय सबसे अधिक दूध देती है.

 

पशुपालक भाई सबसे अधिक(desi and jersey cow rearing) करते हैं. क्योंकि इन गायों की दूध की क्षमता अधिक होती हैं.

 

देसी गाय (Desi Cow)

देसी गाय जैसे कि इस गाय के नाम से पता चलता है कि यह गाय भारतीय है. जी हां यह एक भारतीय नस्ल की गाय (Indian breed cow) है, जो एक बॉस इंडिकस श्रेणी में आती है. Cow and Business

 

अगर हम बात करें इस गाय की पहचान कि तो इसके सींग लंबे और बड़े कूबड़ की तरह होते है. इस गाय की खासियत यह है कि यह गाय गर्म तापमान को भी सरलता से सहन कर सकती है. इसलिए यह गाय उत्तर भारत में पाई जाती है. Cow and Business

 

 

देसी गाय एक बार में लगभग 3 से 4 लीटर तक दूध देती है और बच्चा पैदा करने में इस गाय को करीब 30 से 36 महीने का समय लगता है. इसी के साथ इसमें दूध की मात्रा ज्यादा होती है. Cow and Business

 

 

जर्सी गाय (Jersey Cow)

जर्सी गाय एक छोटी प्रजाति की गाय है. जो सूखे चारें व दाने पर भी रह सकती है. पशुपालक इसे इसलिए भी पालते हैं, क्योंकि इस गाय का प्रजनन बहुत ही आसान होता है. जर्सी गाय एक बार में लगभग 12 से 14 लीटर तक दूध देती है. इस को करीब 18 से 24 महीने बच्चा पैदा करने में लगते हैं. Cow and Business

गौरतलब की बात है कि जर्सी cow milkए में चिकनाई अधिक पाई जाती है. इसलिए इसके दूध से बाजार में आइसक्रीम, खोया और पनीर आदि बनाया जाता है.Cow and Business