दिग्विजय कॉलेज कि स्वयंसेविका वर्णिता खोब्रागढ़े द्वारा चलाया जा रहा है महिला सशक्तिकरण अभियान




राजनांदगांव। राष्ट्रीय सेवा योजना दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव की स्वयंसेविका वर्णिता खोब्रागढ़े द्वारा गांव गांव में जाकर महिला समूह को मितानिनों के समूह के एवं स्कूल और कॉलेज के बच्चों को महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत बहुत सारे विषयों में जागरूक किया जा रहा है। स्वयंसेविका द्वारा बताया गया कि एक मितानिन या महिला समूह गांव को रिप्रेजेंट करती है वह अपने गाँव के महिलाओ को लघु उद्योग और स्वरोजगार करवा सकते है। शासन की बहुत सारी योजनाएं जो महिलाओ के लिए लाभदायक हो ऐसे बहुत से विषयो में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ लड़कियों को उच्च स्तर तक की शिक्षा कराने और शादी के लिए जल्द प्रेरित न करें ऐसे कहकर भी गांव के महिलाओ को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही साथ स्वयंसेविका द्वारा स्कूलो और कॉलेज के बच्चों को आगे कि शिक्षा कैसे करें और पढाई में फोकस कैसे करें। इन विषयो पर भी विस्तार से चर्चा किया जा रहा है। साइबर क्राइम और मोबाइल से होने वाले अपराधो से सबको जागरूक किया गया।
इसके साथ ही साथ लड़कियों कि एवं महिलाओ की मुख्य समस्या मासिकधर्म जिसको महिलाये बताने के लिए बोलने के लिए शरमाते झिझकते है इसी वजह से भविष्य में महिलाओ को बच्चादानी में परेशानी होती है इसके लिए स्वयंसेविका द्वारा सभी को जागरूक किया गया और साथ ही एक अच्छा क्वालिटी का सेनिटरी पैड जो उनके स्वास्थ्य के साथ साथ पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है माइसो कन्या सेनिटरी पैड जिसे समाज सेवको की संस्था कन्यादान संस्था के माध्यम से बनाया जाता है और गांव गांव में कम दाम में उपलब्ध कराया जाता है ऐसे सेनिटरी नेपकिन उपयोग करने का सलाह दिया गया।
स्वयंसेविका वर्णिता खोब्रागढ़े द्वारा अपने जन्मदिन पर अपने गांव के मुख्य मार्ग में माँ वसुधरा में प्लास्टिक बिखरे पड़े थे जिसे साफ सफाई किया गया और साथ ही साथ माँ वसुधरा को प्लास्टिक मुक्त बनाने का भी प्रण लिया गया।