केंद्र सरकार द्वारा एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण व डीमर्जर के विरुद्ध श्रमिक संगठन द्वारा जारी धरना प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस जे के नेता नवनीत चांद - मुक्ति मोर्चा/जनता कांग्रेस जे

केंद्र सरकार द्वारा एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण व डीमर्जर के विरुद्ध श्रमिक संगठन द्वारा जारी धरना प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस जे के नेता नवनीत चांद - मुक्ति मोर्चा/जनता कांग्रेस जे
केंद्र सरकार द्वारा एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण व डीमर्जर के विरुद्ध श्रमिक संगठन द्वारा जारी धरना प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस जे के नेता नवनीत चांद - मुक्ति मोर्चा/जनता कांग्रेस जे

बस्तर के विकास की राह में मिल का पत्थर साबित होने वाले एनएमडीसी नगरनार प्लांट का, केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण का फैसला बस्तर वाशियो के साथ  वादा खिलाफी तो वही राज्य सरकार ,स्थानीय जनप्रतिनिधियों का इस अन्याय के खिलाफ चुपी, संदेह के घेरे में - नवनीत चांद

जगदलपुर। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक व जनता कांग्रेस जे के बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृव में आज श्रमिक संगठन द्वारा नगरनार एन एम डी सी स्टील प्लांट का  केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण व डीमर्जर प्रक्रिया का विरोध हेतु नगरनार में  जारी धरना प्रदर्शन को मुक्ति  मोर्चा व जनता  कांग्रेस जे के पदधिकारियो ने पहुंच कर समर्थन दिया।

मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक व जनता कांग्रेस जे के बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद ने धरना प्रदर्शन मंच से कहा की नगरनार स्टील प्लांट बस्तर जिले के साथ साथ बस्तर संभाग व इस राज्य के निवासित लोगो के लिए विकास हेतु मिल का पत्थर है।वर्ष 2003 व 2008 में इस प्लांट के स्थापना हेतु भूमि अधिग्रहण हेतु राज्य सरकार ,तात्कालिक प्रशासनिक अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों द्वारा किसानों व बस्तर वासियों को बड़े बड़े वादे व सपने दिखाए गए, कहा गया की इस प्लांट के लगने से बस्तर में रोजगार,स्वरोजगार,विकास एवं आर्थिक क्रांति आएगी आज इस वादे को किए हुए 20 वर्ष पूरे हो रहे है।

300 करोड़ का प्रोजेक्ट 33 हजार करोड़ से भी सीमा लांघ रहा है। आज यह प्लांट प्रारंभ होने के कगार में है। तो यह भाजपा की केंद्र सरकार के नेता इस प्लांट को नुकसान में बता इसे अपने दोस्त उद्योगपतियों को कानूनों में फेर बदल कर कोढ़ी के दामों में निजीकरण व डीमर्जर की राह में ले जा बेचना चाहते है।

इस पूरी प्रक्रिया के विरोध करने की शर्त पर आई राज्य की कांग्रेस  की सरकार व उनके टिकिट पर बस्तर की सीटो पर विजय प्राप्त किए स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा विरोध के नाम पर श्रमिक संगठन के मंच पर भाषण दे, विधानसभा की पटल पर प्लांट खरीद लेने की झूठी बात कह ,आज राज्य सरकार के दो बजट सत्र में मुख्यमंत्री द्वारा आज पर्यंत तक बजट में कोई भी राशि का आबंटन न करना केंद्र व राज्य सरकार की मिली -भगत के संदेह का इशारा कर रहा है और इस में विडंबना की बात यह है की,खुली आंखों से केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा बस्तर वाशियो के साथ हो रहे ,अन्याय को देख कर भी बस्तर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इस गंभीर विषय में सर्वदलीय मंच के प्रमुख पदधिकारी होने के बावजूद भी यह खामोशी बस्तर वाशियो के समक्ष एक प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।

बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा द्वारा लगातार बस्तर हित में नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध किया जा रहा है।इस दौरान मुक्ति मोर्चा के जगदलपुर ब्लाक  ग्रामीण अध्यक्ष अजय बघेल,शहर महामंत्री ओम मरकाम, व स्टील प्लांट में कार्यरत श्रमिक संगठन के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।