कोरोना महामारी के दौरान जिन अज्ञात लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था, 4 वर्ष पश्चात सक्षम करेगा अस्थित विसर्जन, देव तुल्य कार्य की जिला दंडाधिकारी ने दी अनुमति : अविनाश सिंह गौतम, संयोजक सक्षम




कोरोना महामारी के दौरान जिन अज्ञात लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था, 4 वर्ष पश्चात सक्षम करेगा अस्थित विसर्जन, देव तुल्य कार्य की जिला दंडाधिकारी ने दी अनुमति : अविनाश सिंह गौतम, संयोजक सक्षम
जगदलपुर : सक्षम संयोजक अविनाश सिंह गौतम ना बताया कि कोरोना महामारी के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों की मृत्यु हुई थी जिनका अंतिम संस्कार करने वाला भी कोई नही था, तब प्रसाशन ने उन लोगों का अंतिम संस्कार पूरे विधि विधान से करवाया और उनके परिजनों या फिर निकट संबंधियों ने उनका अस्थि विसर्जन कर दिया। परंतु आज 4 वर्ष बाद भी कई अस्थियों का विसर्जन तक नही हो पाया है और कई अस्थियां टूट कर वही गिर गई हैं। अब उनका अस्थि विसर्जन करने सक्षम ने कलेक्टर महोदय से निवेदन किया था जिसपर उन्होंने सक्षम को अस्थित विसर्जन करने की अनुमति प्रदान की। अब 1 जुलाई को इस देव तुल्य कार्य को सक्षम द्वारा सभी अस्थियों का विसर्जन भद्राचलम में पूरे विधि विधान से किया जाएगा।
शरीर पांच तत्वों यानी पृथ्वी, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी से बना है. दाह संस्कार करने पर, शरीर इन पांच तत्वों यानी पंचतत्वों में विलीन हो जाता है. इसके बाद बची हुई हड्डियों और राख को शांतिपूर्ण में बहाया जाता है जिससे मृत व्यक्ति पूरी तरह इस संसार से मुक्त हो जाए और मृत आत्मा को शांति मिले।