मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत भटचौरा में खाली पडे सरपंच की कुर्शी के लिए वोटिंग 20 जनवरी को संभव कई प्रत्यासी आजमाएंगे अपनी किस्मत अस्थाई सरपंच रहे कलेशराम पटेल भी लड़ेंगे चुनाव पर उनके ही पंचो ने लगाए भ्रस्टाचार के कई गम्भीर आरोप ग्रामीणों ने भी किया इनसे किनारा पढ़े पूरी खबर

मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत भटचौरा में खाली पडे सरपंच की कुर्शी के लिए वोटिंग 20 जनवरी को संभव कई प्रत्यासी आजमाएंगे अपनी किस्मत अस्थाई सरपंच रहे कलेशराम पटेल भी   लड़ेंगे चुनाव पर उनके ही पंचो ने लगाए भ्रस्टाचार के कई गम्भीर आरोप ग्रामीणों ने भी किया इनसे किनारा पढ़े पूरी खबर

मस्तूरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत भट्टचौरा में नीरवाचीत सरपंच के स्थिपे के बाद खाली हुए पद के लिए चुनाव 20 जनवरी को होना है जिसमे कई ग्रामीण अपनी किस्मत आजमाते नजर आएंगे उनमे से एक पंच से सरपंच बने कलेश राम पटेल भी है जो 6 महीने पहले अस्थाई सरपंच बनाये गए थे और इनके सरपंच बनते ही ग्रामीणों की समस्या चरम पर थी इन्होने इतना भ्रस्टाचार किया और भेद खुलने की डर से ये कोई भी जानकारी किसी से शेयर नहीं करते थे यहाँ तक की इनके ही पंचो को पंचायत में क्या चल रहा है कहा कहा काम हो रहा है इन सभी की जानकारी लेने के लिए सुचना का अधिकार के माध्यम से जानकारी मिलती थी तब सबको पता चलता था की गांव में कितना फंड आया है तो क्या कलेशराम पटेल जैसा इंसान भटचौरा में फिर सरपंच बन पायेगा या ग्रामीण इनको इस बार सबक सिखाने के मुड में है ये एक बड़ा सवाल है ग्रामीण बताते है की इन्होने एक भी ऐसा कार्य नहीं किया है जो ग्रामीण की हित में हो ग्राम पंचायत के पंच बताते है की सरपंच कलेशराम पटेल और सचिव दोनों ने मिल कर गांव का हाल बेहाल कर दिया है सचिव लोकल होने का पूरा फायदा उठा रहे है और दबंगी के साथ भ्रस्टा चार को अंजाम दे रहे है सालो से एक ही पंचायत में जमे होने का यही कारण है की लोकल होने की वजह से लोग आवाज नहीं उठा पा रहे है यहाँ हाल इतना ख़राब है की जिस सीसी रोड को 149 मीटर लम्बा बनना था उसकी लम्बाई कम कर दी गई चौड़ाई में भी कटौती की गई कुल मिला कर यहाँ सिर्फ भ्रस्टाचार ही हो रहा है और महान है वो इंजिनियर जो ऐसे रोड को पास भी कर देते है क्यों की इनको सिर्फ अपने कमीशन से मतलब रहता है उसकी गुडवत्ता से कोई मतलब नहीं होता उसमे बराबर पानी की तराई रेगुलर हो रही है पीचिंग हुई है नहीं हुई है उससे इनको कोई सरोकार नहीं रहता कलेश पटेल को सरपंच बने 6 महीने से ज्यादा हो चूका पर आज भी वृद्धा पेंशन के हितग्राहियों को नहीं मिल रहा है वृद्धा पेंशन इसकी जानकारी हितग्राहियों द्वारा कई बार सरपंच कलेशराम पटेल और सचिव नरेंद्र नेताम को दिया जा चुका है बावजूद इसके दोनों ही मुख दर्शक बने हुए हैं वृद्धा पेंशन हितग्राहियों में शामिल साहेब लाल और भोजमति ने बताया कि उनके खाते में पिछले 1 साल से वृद्धा पेंशन आना बंद हो गया है जिसके बारे में कई बार सचिव और वर्तमान सरपंच को बता चुके हैं बावजूद इसके अभी तक इस पर कोई कार्य नहीं किया गया है ना ही हमारा पेंशन आ रहा है जब भी इसके बारे में सरपंच को बोलते हैं तो सरपंच सचिव सुधार करेगा कह के टाल देता है जबकि सचिव का कहना है कि उनके पास बुक को देख कर ही पता लगाया जा सकता है कि पेंशन आ रहा है कि नहीं आ रहा है और सचिव नरेंद्र नेताम 1 एक साल से इनका पासबुक देख ही रहे है पर सुधार अभी तक नहीं हुआ है जबकि हितग्राहियों का कहना है कि हम लोगों ने कई बार सरपंच व सचिव को अपनी पासबुक की फोटो कॉपी और पासबुक दिखाए बावजूद इसके अभी तक हमारे खाते में पेंशन का पैसा नहीं आ रहा है मालूम हो कि यह वही ग्राम पंचायत है जहां निर्वाचित सरपंच ने पंचायत की समस्याओं को देखते हुए अपने आप को बचाने के लिए इस्तीफा दे दिया है ग्रामीण यह भी बताते हैं कि पिछले बार गांव में कर वसूली जो किया गया था उसका पैसा भी कहा है किसी को नहीं पता सिवाय सचिव और कुछ जनप्रतिनिधियों को छोड़ कर